Mamata Slams Central Agencies : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार (16 नवंबर) को आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में तत्पर रहती हैं, लेकिन जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता भ्रष्टाचार में शामिल होते हैं, तो उन पर कार्रवाई करने से परहेज करती हैं. सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणियां स्पष्ट रूप से बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष के संदर्भ में देखी जा रही है. दरअसल, घोष के फ्लैट के कागजात स्कूल शिक्षा आयोग (SSC) घोटाले के एक आरोपी प्रसन्न रॉय के आवास से बरामद हुए हैं.


तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने झाड़ग्राम के दो दिवसीय दौरे के लिए कोलकाता से रवाना होने से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा, “अर्पिता मुखर्जी के आवास से पार्थ चटर्जी के नाम के दस्तावेज मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. वह सही था. कानून अपना काम करेगा.”


ममता ने एजेंसियों पर साधा निशाना


सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “लेकिन जिस बीजेपी नेता के फ्लैट के कागजात एक आरोपी के घर से जब्त किए गए थे, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? ऐसा लगता है कि विपक्षी नेताओं के खिलाफ ही केंद्रीय एजेंसियां तेजी से कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन जब बीजेपी नेताओं की बात आती है तो वह इतनी तत्पर नहीं होती हैं.”


रॉय के आवास पर CBI के छापे के दौरान घोष के फ्लैट के कागजात की एक कॉपी मिली थी.


दिलीप घोष ने दी प्रतिक्रिया


घोष ने कहा, “प्रसन्न रॉय और मैं एक ही रिहायशी सोसाइटी में रहते हैं. वे समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष थे. मैंने उन्हें बिजली कनेक्शन का नाम बदलने के लिए फ्लैट के कागजात की कॉपी दी थी.” उन्होंने कहा, “मैंने बैंक से कर्ज लेकर फ्लैट खरीदा है. टीएमसी इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है.” प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रमुख ने कहा कि वह केंद्रीय या राज्य एजेंसियों द्वारा किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एसएससी भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को जुलाई में गिरफ्तार किया था.


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