नई दिल्ली: मनसुख हिरेण हत्या मामले की जांच में अब महाराष्ट्र एटीएस और एनआईए दोनों ही एजेंसियां अब तेज़ी से काम कर रही हैं. पर दोनों ही एजेंसियों के सामने अब भी एक सवाल है कि आखिर मुंबई क्राइम ब्रांच में काम करने वाले कौन से तावड़े नाम के अधिकारी ने मनसुख को फोन कर बुलाया था.


मनसुख की पत्नी विमला ने एटीएस को अपने स्टेटमेंट में बताया था कि 4 फरवरी को उनके पति घर हर रोज की तुलना में जल्दी आए, जिसके बाद विमला ने जल्दी आने का कारण पूछा तो मनसुख ने उन्हें बताया कि उनसे एंटीलिया विस्फोटक वाले मामले को लेकर हर समय पूछताछ हो रही है और आज उन्हें कांदिवली से किसी तावड़े का फोन आया था, जिससे मिलने वो जा रहे हैं.


इस पर जब विमला ने कहा कि इतनी रात को अकेले कैसे जा रहे हो, तो मनसुख ने बताया था कि पुलिस उनकी ही है और वो उनकी सलाह लेने के लिए घोडबंदर जा रहे हैं और फिर जब विमला ने पूछा कैसे जा रहे हैं, तो मनसुख ने बताया कि वो रिक्शा से जाएंगे.


वही, आखिरी समय था जब उनकी और विमला के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद दूसरे दिन कलवा रेती बंदर के पास उनका शव मिला.


कौन है तावड़े?


तावड़े जिसकी मिस्ट्री सुलझाने के लिए एटीएस दिन रात एक कर काम कर रही है, उसी की एक पहल के रूप में 18 मार्च की रात को एटीएस के अधिकारियों ने कांदिवली में स्थित मुम्बई क्राइम ब्रांच की यूनिट-11 के सीनियर इंस्पेक्टर सुनील माने को पूछताछ के लिए बुलाया था.


सूत्रों ने बताया कि सुनील माने कल रात 10 बजे के करीब ठाणे एटीएस के कार्यालय पहुंचे जहां पर उनसे उनके ऑफिस में काम करने वाले हर ऑफिसर और कर्मचारियों की डिटेल्स ली गई. माने ने उन्हें पूरी लिस्ट दी कि कौन कौन उनके साथ काम करता था.


तावड़े नाम का एक अधिकारी क्राइम ब्रांच की यूनिट-12 के इंचार्ज के तौर पर काम करता है, जिसका पूरा नाम महेश तावड़े है. शुरुआत में शक उन पर भी गया था, पर बाद में पता चला कि जिस समय यह पूरा कांड हुआ था, उस समय वो छुट्टी पर अपने गांव में थे और उन्हें इसके बारे में कुछ पता भी नहीं था.


केंद्र ने केजरीवाल सरकार की 'राशन की डोरस्टेप डिलीवरी' योजना पर रोक लगाई- सूत्र