पिछले दिनों मुंबई स्थित मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों के साथ मिले स्कॉर्पियो के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अहम सबूत बरामद किए हैं. एनआईए ने काली मर्सिडीज बरामद की है. मर्सिडीज कार के अंदर से नगदी, पेंट-शर्ट और बोतल में केरोसिन मिला है. एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला ने इस बात की पुष्टि की है कि वाजे ही मर्सिडीज कार का इस्तेमाल कर रहे थे. अब सचिन वाजे की मर्सिडीज की पड़ताल की जा रही है.


एनआईए के आईजी अनिल शुक्ला ने मुंबई में कहा- "एनआईए ने काले रंग की मर्सिडीज बेंज बरामद की है. स्कॉर्पियों कार की नंबर प्लेट, पांच लाख से ज्यादा की कैश, एक कैश गिनने वाली मशीन और कुछ कपड़े बरामद हुए हैं. सचिन वाजे इस कार का इस्तेमाल करते थे लेकिन अभी कौन इसका इस्तेमाल कर रहा है उसकी जांच की जाएगी."


सीसीटीवी में कैद पीपीई किट में निकले सचिन वाजे 


एनआईए सूत्रों ने बताया कि निलंबित महाराष्ट्र के असिस्टेंड पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे ही पीपीई किट में थे. सीसीटीवी फूटेज में एक शख्स एंटीलिया के पास दिखाई दिया था. वाजे के ड्राईवर शेलार ने यह बयान दिया है. सीसीटीवी कैमरे में जो पीपीई किट दिखा था उसे केरोसीन से जलाया गया. सचिन वाजे ने ही उस पीपीई किट को पहन रखा था.


सूत्रों के मुताबिक, मर्सिडीज कार से बहुत से फर्जी नंबर प्लेट मिली है. सचिन वाजे पीपीई किट के अंदर चेक शर्ट पहने थे, जिसे बरामद कर लिया गया है. सचिन वाजे के ड्राईवर ने इस बात की भी पुष्टि की है कि जो शर्ट बरामद हुई है उसे वाजे ने 24 तारीख को पहन रखी थी.


इस बीच, एक अदालत ने सचिन वाजे की वह अर्जी खारिज कर दी जिसमें उन्होंने एजेंसी द्वारा अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया था. इस मामले में 13 मार्च को गिरफ्तार किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को शहर पुलिस की अपराध शाखा के सीआईयू से संबंद्ध कर दिया गया था. शाखा का दफ्तर दक्षिण मुंबई में पुलिस आयुक्त कार्यालय के परिसर में स्थित है.


एनआईए ने की वाजे के दफ्तर की तलाशी


अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम ने वाजे के दफ्तर की तलाशी के दौरान वहां से कुछ ‘आपत्तिजनक दस्तावेज’ और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जैसे लैपटॉप, आई-पैड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं. उन्होंने कहा कि तलाशी सोमवार शाम करीब आठ बजे शुरू हुई और मंगलवार सुबह चार बजे तक चलती रही. अधिकारी ने बताया कि एनआईए ने अभी तक सहायक पुलिस आयुक्त सहित अपराध शाखा के सात अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.


उन्होंने बताया कि एजेंसी ने आज लगातार तीसरे दिन सीआईयू इकाई के सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी से पूछताछ की. गौरतलब है कि अंबानी के मकान के पास कार्मिचेल रोड पर विस्फोटक लदी एसयूवी बरामद होने के दो दिन बाद 27 फरवरी को काजी ने ठाणे जिले के साकेत इलाके में रहने वाले वाजे की हाउसिंग सोसायटी के सीसीटीवी की फुटेज ली थी.


हिरेन मनसुख की हुई थी रहस्यमय परिस्थिति में मौत


अधिकारी ने बताया कि इस वीडियो (डीवीआर) का जिक्र बरामद सामान की सूची में नहीं था और जांच एजेंसी को संदेह है कि यह फुटेज साक्ष्य को नष्ट करने के लिए लिया गया था जिससे वाजे मामले में फंस सकते थे. व्यावसायी मनसुख हिरेन की पत्नी का आरोप है कि एसयूवी का कुछ समय तक वाजे ने इस्तेमाल किया था. गौरतलब है कि हिरेन ने दावा किया था कि स्कॉर्पियो उनके पास से चोरी हुई थी. हिरेन की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई है.


पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि काजी ने कथित रूप से फर्जी नंबर प्लेट खरीदी थी, जो एसयूवी से मिली. हिरन की मौत के बाद एसयूवी का मामला भी एनआईए के हाथों में आ गया है. वहीं रविवार को एक विशेष अदालत ने वाजे को 25 मार्च तक केन्द्रीय एजेंसी की हिरासत में भेज दिया था. मंगलवार को अदालत ने गिरफ्तारी को अवैध बताने वाली वाजे की अर्जी खारिज कर दी.


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