Amritpal Singh Police Custody: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के आत्मसमर्पण करने और पंजाब के मोगा में गिरफ्तार किए जाने से ठीक एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने उसे लेकर बयान जारी किया था. शाह ने कहा था कि पहले अमृतपाल खुलेआम घूमता था, लेकिन अब वह और नहीं बच सकता है. उन्होंने बेंगलुरु में कहा कि देश में खालिस्तानी लहर नहीं है और केंद्र स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है. 


अमित शाह ने कहा था अमृतपाल की गिरफ्तारी किसी भी वक्त की जा सकती है. अब वह पुलिस से ज्यादा समय के लिए बच नहीं सकता है. उन्होंने कहा था कि हम स्थिति पर बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं. कोई भी भारत की एकता और संप्रभुता पर हमला नहीं कर सकता है. पंजाब और केंद्र सरकार ने सराहनीय काम किया है. कुछ मामलों में ऐसा हो जाता है. पहले वह खुलेआम घूमता था, लेकिन अब वह अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम नहीं दे सकता है. 


सीएम मान को मिल रही थी हर एक जानकारी


बताया जा रहा है कि अमृतपाल के मूवमेंट की पूरी जानकारी पुलिस से लगातार पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) को दी जा रही थी. पिछले एक महीने में एक-एक करके अमृतपाल के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दिया गया. सीएम मान के निर्देशों पर पंजाब पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही थी. तीन दिन पहले गुरुवार (20 अप्रैल)को ही अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर अमृतसर एयरपोर्ट (Amritsar Airport) पर रोका गया था. 


18 मार्च से जारी था सर्च ऑपरेशन


23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह ने अजनाला कांड को अंजाम दिया था. उपद्रवियों ने अमृतसर के पास अजनाला पुलिस स्टेशन की घेराबंदी कर ली थी और अपने एक साथी को रिहा करने की मांग कर रहे थे. इस हादसे में 6 पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे. इसके बाद से ही पंजाब पुलिस अमृतपाल की तलाश में जुट गई थी. 18 मार्च से खालिस्तान समर्थक को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था. 


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