नई दिल्लीः देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पूरा देश शोक मना रहा है. राजनेता से लेकर आम जनता उनके निवास पर अंतिम दर्शन कर रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उनके आवास पर जाकर उनके आखिरी दर्शन किए और इसके बाद उनके सम्मान में कुछ शब्द कहे, साथ ही उनकी अंतिम यात्रा के बारे में बताया.
Atal Bihari Vajpayee funeral LIVE: अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा जारी है
LIVE UPDATES: अटल बिहारी वाजपेयी को पीएम मोदी, अमित शाह और आडवाणी ने दी श्रद्धांजलि
अमित शाह ने कहा कि अटलजी के निधन से भारतीय राजनीति के इतिहास का ध्रुव तारा नहीं रहा, अटलजी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. इनके जाने के साथ ही देश ने एक अजातशत्रु राजनेता खो दिया है. साहित्य ने एक मूर्धन्य संवेदनशील कवि को खोया है, पत्रकारिता ने एक स्वभावगत पत्रकार को खोया है, देश की संसद ने सन 1957 से संसद में गरीबों की और देश की आवाज बनी हुई उस आवाज को खोया है. भारतीय जनसंघ से संस्थापक सदस्य और भाजपा ने अपना पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष खोया है. करोड़ों युवाओं ने अपनी प्रेरणा को खोया है. अटलजी के न रहने से देश की राजनीति में जो रिक्तता आई है उस रिक्तता को लंबे समय तक भरना असंभव है.
जब वाजपेयी ने कलाम से कहा था, ''मुझे केवल हां चाहिए, ना नहीं''
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अटलजी का व्यक्तित्व बहुआयामी होने के साथ साथ एक कुशल संगठक थे. पहले जनसंघ और बाद में भाजपा की नींव डालना और एक बीज में से वटवृक्ष बनाने की यात्रा में अटलजी ने सभी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया है. जहां पर भी संसद में देशक्ति की जरूरी होती थी अटलजी उसकी आवाज बने. न केवल भाजपा बल्कि पूरी संसद का विश्वास होता था कि अटलजी जो कहेंगे वह देश के हित में होगा. अटलजी का जाना बीजेपी के लिए अपूरणीय क्षति है जिसकी पूर्ति कभी हो नहीं सकती.
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बोले पीएम मोदी- 'नि:शब्द हूं, शून्य में हूं'
देश के सार्वजनिक जीवन में अटलजी जैसे व्यक्तित्व के जाने से अपूरणीय क्षति हुई है जिसकी पूर्ति होना असंभव है. अटलजी ने कई सारे मौके पर चाहे वो इमरजेंसी हो, चाहे कश्मीर के लिए यूएन में आवाज बुलंद करनी हो, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बांग्लादेश की लड़ाई के वक्त स्टैंड लेना हो, हिंदी के लिए देश में फैलाव के लिए आगे ले जाना हो, एक नेता के नाते पूरे देश को समाधान देना हो, अटलजी ने हमेशा सिर्फ बीजेपी नेता के नाते काम नहीं किया बल्कि सार्वजनिक जीवन के नाते पूरे देश का मार्गदर्शन किया. मैं भाजपा की ओर से और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की तरफ से गहरा दुख और संवेदना व्यक्त करता हूं. हम संकल्प लेते हूं कि जो अटलजी छोड़ गए हैं उस मिशन को आगे ले जाएंगे.
मैं जानता हूं उनके जैसे व्यक्ति के जाने से विचार खत्म नहीं होते, आंदोलन समाप्त नहीं होते, विचारधारा उनके कर्तव्यों के कारण ज्यादा दृढ़ होती है और आंदोलन ज्यादा तेज होते हैं. हम सभी भाजपा कार्यकर्ता अटलजी के निधन पर बेहद दुखी हैं पर देश को आगे ले जाने के लिए एक बार फिर संकल्पित होकर देश को आगे ले जाने के अभियान में जुटे रहेंगे. उनका परिवार, पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके चाहने वालों को जो दुख हुआ है उसे सहन करने की परमात्मा शक्ति दे, मैं यही प्रार्थना करता हूं.
अमित शाह ने आगे बताया कि रात 9.30 बजे से अटलजी के निवास स्थान पर लोग इस लोकप्रिय जननेता के आखिरी दर्शन कर सकेंगे. कल सुबह उनके निवास स्थान पर आखिरी दर्शन होंगे. इसके बाद 8 बजे उनके पार्थिव शरीर को भाजपा मुख्यालय 6 दीनदयाल मार्ग ले जाया जाएगा. अटल बिहारी वाजपेयी की पार्थिव देह को उनके निवास से सुबह 8-8.15 बजे रवाना किया जाएगा और उनका पार्थिव शरीर को कृष्ण मेनन मार्ग से होते हुए 10 बजे बीजेपी मुख्यालय ले जाया जाएगा. इस दौरान कृष्णा मेनन मार्ग से अकबर रोड, अकबर रोड से होते हुए इंडिया गेट, इंडिया गेट से तिलक मार्ग, तिलक मार्ग से आईटीओ होते हुए दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित बीजेपी मुख्यालय तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी.
बीजेपी मुख्यालय से अटल जी की अंतिम यात्रा दोपहर 1 बजे शुरू होगी और 4 बजे स्मृति स्थल पहुंचेगी. 4 बजे राष्ट्रीय समिति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.