दिल्लीवासियों के लिए गुरुवार (09 अक्टूबर, 2025) का दिन बेहद खास है, क्योंकि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कौशलपुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचकर करीब 1816 करोड़ की कुल 19 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. 

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इन योजनाओं का उद्देश्य यमुना को स्वच्छ निर्मल अविरल बनाने के साथ साथ दिल्ली को स्वच्छ, स्वस्थ और जल समृद्ध बनाना है. इस मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा , गृह मंत्री आशीष सूद समेत दिल्ली सरकार के कई मंत्री, विधायक और अधिकारी मौजूद रहे. 

जल आपूर्ति को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम

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दरअसल यह परियोजनाएं यमुना की सफाई और दिल्ली में जल आपूर्ति को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं. केंद्र सरकार के सहयोग से राजधानी में अब स्वच्छ पेयजल, आधुनिक सीवरेज नेटवर्क और प्रदूषण मुक्त यमुना का सपना साकार होने की कोशिश तेज हो गई है.

मुख्य परियोजनाएं

इन 19 परियोजनाओं में 8 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का उन्नयन, 3 पेयजल परियोजनाएं और 8 नई सीवर लाइन व हाउस सीवर कनेक्शन योजनाएं शामिल हैं.  

सीवेज परियोजनाएं (कुल लागत 1416.49 करोड़)

केशोपुर फेज-II और III- क्षमता 40 MGD से बढ़ाकर 60 MGD की जाएगी. कुल खर्च 504 करोड़.

कोंडली फेज-IV- 288 करोड़ की लागत से उन्नयन होगा.

रोहिणी- क्षमता 15 MGD से बढ़कर 25 MGD होगी. खर्च 147 करोड़.

कोरोनेशन डंपर (फेज I से III)- कुल 230 करोड़ से अधिक की लागत.

नरेला और यमुना विहार- दोनों जगहों पर क्षमता बढ़ाने और सफाई में सुधार के लिए लगभग 183 करोड़ खर्च होंगे.

नजफगढ़- पुराने STP को आधुनिक बनाया जाएगा. लागत 63 करोड़.

इन सभी परियोजनाओं से दिल्ली की सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता में 40 MGD की वृद्धि होगी.

पेयजल परियोजनाएं (कुल लागत 99.1 करोड़)

पल्ला, दस्सरपुर और बिजवासन में आधुनिक भूमिगत जलाशय (अंडरग्राउंड रेजरवॉयर) और पंपिंग स्टेशन बनेंगे. इनसे दिल्ली के हजारों घरों को स्वच्छ पेयजल मिलेगा और जल दबाव की समस्या दूर होगी.

नई सीवर लाइन और हाउस कनेक्शन (कुल लागत 301.10 करोड़)

करावल नगर, सिरसपुर, ताजपुर खुर्द, यमुना विहार, राणौला, गोकुलपुर, विकासपुरी और कमरुद्दीन नगर में नई सीवर लाइन और घर-घर कनेक्शन बिछाए जाएंगे. इनमें से अधिकतर काम केंद्र सरकार की AMRUT 2.0 योजना के तहत किए जाएंगे.

कुल लागत और उद्देश्य

इन सभी योजनाओं पर कुल 1816.69 करोड़ खर्च होंगे. इन परियोजनाओं से न केवल यमुना नदी का प्रदूषण कम होगा, बल्कि दिल्ली के कई इलाकों में गंदे पानी की निकासी और स्वच्छ जल आपूर्ति की समस्या भी दूर होगी. दिल्ली सरकार के जलमंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर दिल्ली को स्वच्छ, हरित और जल संपन्न शहर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं. ये योजनाएं दिल्ली के हर नागरिक को बेहतर जीवन देने का प्रयास हैं.

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