Himanta Biswa Sarma on Hijab Row: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि भारतीय मुस्लिम अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी के आह्वान पर ध्यान नहीं देंगे और हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के बाद इस विवाद में खुद को शामिल नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के मुस्लिम अदालत के फैसले का अनुपालन करेंगे और देश की शिक्षा प्रणाली के मूल सिद्धांतों का सम्मान करते रहेंगे.


स्कूल या कॉलेज में हिजाब पहनने की उम्मीद नहीं की जाती- सीएम सरमा


सीएम सरमा ने कहा, ‘‘भारत एक लोकतंत्र है. कर्नाटक हाई कोर्ट ने एक स्पष्ट फैसला दिया है और छात्राओं से स्कूल या कॉलेज में हिजाब जैसी कोई चीज पहनने की उम्मीद नहीं की जाती है. अगर आप हिजाब पहनते हैं, तो मैं कुछ और पहनूंगा और फिर स्कूल-कॉलेज धार्मिक वस्त्र या आचरण प्रदर्शित करने की जगह बन जाएंगे. तब स्कूल और कॉलेज कैसे टिके रह पाएंगे?’’


सीएम सरमा ने आगे कहा कि सभी विद्यार्थियों की समानता सुनिश्चित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों में पोशाक का उपयोग किया जाता है, लेकिन अलकायदा इसे नहीं समझेगा. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन भारतीय मुस्लिम समझेंगे. मैं आश्वस्त हूं कि वे न्यायपालिका और हमारी शिक्षा प्रणाली के मूल सिद्धांतों के साथ हैं.’’


अलकायदा सरगना ने की मुस्कान खान की तारीफ


उल्लेखनीय है कि अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी ने भारत को निशाना बनाने के लिए कर्नाटक के हालिया हिजाब विवाद का इस्तेमाल करते हुए एक वीडियो क्लिप में कहा है कि ‘‘हमें मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र की मृगतृष्णा से छले जाने को रोकना होगा.’’ जवाहिरी ने इस वीडियो में कर्नाटक की छात्रा मुस्कान खान की तारीफ की है, जिसने हिजाब विवाद के दौरान फरवरी में छात्रों के एक समूह के ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने पर ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाया था.


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