Mahakumbh Stampede: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संसद में महाकुंभ भगदड़ को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाने साधे. उन्होंने सीएम योगी पर भगदड़ की पूरी हकीकत छिपाने का आरोप लगाया. उन्होंने इस हादसे को लेकर कुछ दावे भी किए और कहा कि अगर उनके दावे गलत निकले तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
अखिलेश यादव ने लोकसभा में आज मंगलवार (4 फरवरी) को राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा के दौरान महाकुंभ में हुई भगदड़ से अपने भाषण की शुरुआत की. उन्होंने सबसे पहले कहा कि लोकसभा में महाकुंभ में मरने वाले लोगों के लिए मौन धारण किया जाना चाहिए. इसके बाद उन्होंने कहा, महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े सामने लाए जाएं. महाकुंभ में आपदा प्रबंधन और खोया पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई हो. जिन्होंने सच छिपाया, उनको भी दंडित किया जाए.
इस्तीफे की कर दी पेशकशअखिलेश ने भगदड़ को लेकर कहा, 'आंकड़े मिटाए क्यों गए? इस अपराध का दंड कौन भुगतेगा? लोग पुण्य कमाने आए थे और अपनों के शव लेकर गए हैं. श्रद्धालुओं के शव मिल गए थे, लेकिन सरकार मरने वालों की बात स्वीकार नहीं कर रही थी. जब ये जानकारी सामने आई कि कुछ लोगों की जान चली गई, तब सरकार हेलीकॉप्टर में भरकर फूल डालने लगी. ये कहां की सनातनी परंपरा है?' अखिलेश ने इसके बाद अपने इन दावों के समर्थन में कहा, 'अध्यक्ष महोदय अगर मैं गलत हूं तो अपना इस्तीफा आपको देता हूं.'
'ट्रैक्टर-ट्रॉली से लाशें उठाई'अखिलेश ने कहा, 'जहां लाशें पड़ी हों, न जाने कितनी चप्पलें पड़ी थीं, महिलाओं की साड़ियां पड़ी थीं. उनको कैसे उठाया गया? ट्रैक्टर की ट्रॉली से. उन्हें उठाकर कहां फेका, कोई नहीं जानता. जब लगा कि वहां से बदबू आ रही तो सरकार के लोग छिपाने लगे. मीडिया पर दबाव और कुछ स्वीटनर भी दिए जा रहे हैं, जिससे खबरें बाहर नहीं जाएं. शुरुआत में तो यूपी के सीएम ने शोक तक प्रकट नहीं किया. जब देश के पीएम और राष्ट्रपति ने शोक जताया, तब सीएम ने शोक प्रकट किया.'
हादसे में मौतों की संख्या पर बवालमहाकुंभ में मौनी अमावस्या पर दूसरे शाही स्नान के ठीक पहले भगदड़ मची थी. इसमें यूपी सरकार ने 30 मौतों की पुष्टि की है, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों और ग्राउंड पर मौजूद रिपोर्टर्स ने लाशों के ऊपर 60 तक के नंबर लिखे हुए देखे हैं. इसके अलावा इसी दिन एक और भगदड़ के भी दावे किए जा रहे हैं. शाही स्नान के वक्त सुबह करीब 6 बजे हुई इस भगदड़ में भी कई लोगों के मारे जाने की अफवाह है. हालांकि यूपी सरकार की ओर से इस तरह की किसी घटना के बारे में अब तक जानकारी नहीं दी गई है.
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