Badruddin Ajmal: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एआईयूडीएफ चीफ बदरुद्दीन अजमल पर निशाना साधा. सरमा ने कहा कि अगर अजमल दोबारा शादी करना चाहते हैं, तो उन्हें ऐसा चुनाव से पहले ही कर लेना चाहिए. सीएम ने कहा कि चुनाव के बाद समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होगी और फिर दोबारा शादी करने पर जेल की हवा खानी पड़ेगी. वहीं, अब बदरुद्दीन अजमल ने असम के मुख्यमंत्री सरमा के बयान पर पलटवार किया है. 


अजमल ने हिमंत बिस्वा सरमा को निशाने पर लेते हुए कहा, "अगर मुझे दोबारा से शादी करनी होगी तो मुझे इसके लिए मुख्यमंत्री से पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी." हाल ही में अजमल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी मुसलमानों को भड़काने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा था कि अगर वह दोबारा शादी करना चाहेंगे तो उन्हें ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि उनका धर्म उन्हें ऐसा करने की इजाजत देता है.


बूढ़े शेर वाले बयान पर क्या बोले बदरुद्दीन अजमल?


एआईयूडीएफ चीफ ने धुबरी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने एआईयूडीएफ चीफ की तुलना बूढ़े शेर से की थी. अजमल ने कहा, "उनके पास शक्ति नहीं है. उन्होंने केवल एक बच्चे को जन्म दिया. मेरे सात बच्चे हैं, जिनमें से कुछ यंग हैं, जिनकी उम्र 40 साल है." बदरुद्दीन अजमल धुबरी से ही सांसद हैं और लोकसभा चुनाव में उनके खिलाफ रकीबुल हुसैन मैदान में होने वाले हैं. 






यूसीसी का विरोध कर रहे हैं अजमल


बदरुद्दीन अजमल सरकार के यूसीसी लाने के फैसले की चर्चाओं के बीच इसे लेकर काफी विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये कुरान और हदीस विरोधी है. अजमल ने कहा कि यूसीसी सिर्फ इस्लाम विरोधी ही नहीं है, बल्कि ये सभी धर्मों के खिलाफ है. बदरुद्दीन अजमल असम के प्रमुख नेताओं में से एक हैं. उनकी राज्य की मुस्लिम आबादी पर काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है. 


असम सीएम ने क्या कहा था? 


दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा शनिवार को बदरुद्दीन अजमल के गढ़ धुबरी पहुंचे थे. यहां उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, "चुनाव के बाद यूसीसी लागू हो जाएगा और अगर वह (अजमल) दोबारा शादी करेंगे तो उन्हें जेल जाना पड़ेगा क्योंकि सभी के लिए एक से अधिक शादियां गैर-कानूनी घोषित कर दी जाएंगी."


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