Asaduddin Owaisi: गुजरात में मोरबी पुल हादसे (Morbi Bridge Collapse) को लेकर सियासत तेज है. विपक्ष के सभी नेता केंद्र सरकार को घेरे हुए हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से भी इस मामले को लेकर एबीपी न्यूज़ ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने इस हादसे को लेकर दुख जताया और पीएम मोदी और उनकी सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस मामले में उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो असल जिम्मेदार हैं. 


ओवैसी ने सवाल उठाया कि आखिर किसने उस पुल पर लोगों को चलने की अनुमति दी. किस की तरफ से कंपनी का टेंडर पास किया गया और किससे पूछकर इसे दोबारा आवाजाही के लिए खोला गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में एक टिकट बेचने वाले को गिरफ्तार करना बेमतलब है. पीड़ित परिवारों का हक बनता है कि उन्हें मालूम चले उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है. 


मोरबे हादसे में 136 लोगों की मौत 


मोरबी ब्रिज हादसे में 136 लोगों की मौत हुई. कई लोग अब भी घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है. श्रद्धांजलि के तौर पर आज गुजरात में राज्यव्यापी शोक रहेगा. बुधवार यानी आज झंडे आधे झुके रहेंगे साथ ही प्रदेश भर में कोई आधिकारिक या मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार हुई बैठकों में ये फैसला लिया गया. 


यूनिफॉर्म सिविल कोड को बताया महज दिखावा 


इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. साथ ही सीएए और यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर भी तमाम बातें सामने रखीं. उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड का एलान सरकार ने महज अपनी नाकामी और कमजोरी को छिपाने के लिए किया है. हिंदू अनडिवाडेड टेक्स सिर्फ हिंदूओं को मिलता है. यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात करते हैं तो इन्हें मुस्लिम और ईसाइयों को भी इसे देना चाहिए. 


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