UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तैयार करने में जुटे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) इन दिनों समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भड़के हुए हैं. उन्होंने अखिलेश यादव से यहां तक कह दिया कि आप मुख्यमंत्री भी बने हैं तो मुसलमानों के खैराती वोट से बने हैं. 


दरअसल, पिछले दिनों अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में एआईएमआईएम से गठबंधन करने से इनकार कर दिया था. साथ ही कहा था कि किसी ऐसे साथी को गठबंधन में नहीं लिया है जिसपर बहुत ज्यादा आरोप लग रहे हों.


उन्होंने कहा, ''समाजवादी पार्टी ने जो गठबंधन किया है, उसमें किसी ऐसे साथी को नहीं लिया है जिसपर बहुत ज्यादा आरोप लग रहे हों. आरोप क्या है? जो उनके बयान हैं. समाजवादी पार्टी की कोशिश रही है कि किसान, नौजवान और पिछड़े-दलितों के सवाल पर या जो संविधान को बचाने के सवाल पर एक सी विचारधारा है उनको साथ लेकर आएंगे.''


अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इसी बयान से ओवैसी (Asaduddin Owaisi) नाराज हैं. उन्होंने एक रैली में कहा, ''मैंने फैसला किया और फिर कह रहा हूं कि कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर किसी से भी गठबंधन करने के लिए तैयार हैं, तो एबीपी चैनल पर अखिलेश यादव से पत्रकार ने सवाल किया कि ओवैसी से समझौता क्यों नहीं कर लेते हैं? तो अखिलेश ने जवाब दिया कि ओवैसी पर बहुत से इल्जाम लगते हैं.''



हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ''अखिलेश साहब...इल्जाम तो हमपर ही लगता है न, आप पर तो कुछ नहीं लगता है. रीवर फ्रंट आप बनाए...आप पर कोई इल्जाम नहीं. लखनऊ से कानपुर रोड आप बनाए कोई इल्जाम नहीं...आपने सबकुछ किया...आपकी 10-10 अंगुलियां घी में थी. मगर आजम पर आरोप लगा बकरी चोरी और भैंस चोरी का. ये इल्जाम सिर्फ हमपर लगता है. ये 60 साल से इल्जाम हमपर लगता है. कभी आतंकवाद का, कभी फिरकापरस्ती का, कभी पुलिस को मारने का, तो कभी किसी और इल्जाम का. इल्जाम तो भारत के मुसलामानों के मुकद्दर का हिस्सा बन चुका है.''


उन्होंने आगे कहा, ''हम अब इल्जामात की फिक्र नहीं करेंगे. सुन लो अखिलेश यादव मुझे तुमसे कोई सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. मैं जनता के बीच में जाकर अपनी बात करूंगा और दिल को जीतूंगा. तुम क्या दोगे? तुम 11 फीसद यादव हो और हम 19 फीसदी मुसलमान हैं. तुम मुख्यमंत्री बने और मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने तो मुसलमानों के खैराती वोट से मुख्यमंत्री बने. हमपर इल्जाम, हमपर इल्जाम...जिसपर इल्जाम लगता है उसे अल्लाह कामयाब करेगा.''


बता दें कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अब तक जयंत चौधरी की आरएलडी, ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, केशव देव मौर्य के महान दल, संजय चौहान की जनवादी पार्टी एस, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और अपना दल कमेरावादी से गठबंधन कर चुके हैं. उनकी आम आदमी पार्टी से भी बातचीत चल रही है. अखिलेश यादव की कोशिश है कि छोटे दलों को साथ लाकर बीजेपी को चुनौती दी जाए.


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