Asaduddin Owaisi: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "मेरी उन माओं से उन बहनों से अपील है कि भारत की मस्जिदों को आबाद रखिए. हर बाप की जिम्मेदारी है कि जब बच्चा बड़ा हो जाए तो अपने औलाद को जुम्मे के दिन या ईद की नमाज में नहीं बल्कि रोज मस्जिद लेकर जाओ. मैं बार-बार कह रहा हूं कि मस्जिदों को आबाद रखो."


'मस्जिदों को आबाद करना हमारा फर्ज'


उन्होंने कहा, "मैंने एक डेढ़ महीना पहले जब ये बात कहना शुरू किया, तो कहा गया कि ओवैसी जज्बाती बात कर रहा है और डरा रहे हैं. मस्जिदों को आबाद करना हमारा फर्ज है. उन्होंने कहा, "मस्जिद को आबाद तो वही लोग करेंगे जो अल्लाह पर इमान रखते हैं और अल्लाह से डरते हैं."


'दिल्ली में मस्जिद को किया गया शहीद'


असदुद्दीन ओवैसी बोले, "दिल्ली में 600 साल पुरानी मस्जिद को शहीद करके रख दिया. अब जो तमाशे हो रहे हैं उसे आप देख रहे हैं कि किस तरह से मस्जिदों को छिन लिया जाए. लोग तनकीद करते हैं, मुझे उसकी परवाह नहीं है. मैं तुम्हारी तनकीदों से अपनी जुबान को बंद नहीं करूंगा. मेरा हिसाब अल्लाह करेगा."


इससे पहले असददुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी को लेकर कहा था, "1993 के बाद से आप खुद कह रहे हैं कि वहां कुछ नहीं हो रहा था. अपील के लिए 30 दिन का समय देना था. ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में पूजा की इजाजत देना गलत है."


केंद्र सरकार पर निशाना साधा था


असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, आज देश के मुसलमानों का हालत ऐसी हो गई है, जैसे हिटलर के दौर में यहूदियों की हुआ करती थी. स्कूल में सबसे ड्रॉप आउट और स्कूल में सबसे कम एनरोलमेंट मुसलमानों में है. इस सरकार ने मुसलमानों के बच्चो को मिलने वाली स्कॉलरशिप को कम किया."


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