ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि किताबों में इतिहास बदल दिया गया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बीजेपी ने NCERT का सिलेबस बदलकर मुसलमानों को विभाजन का जिम्मेदार ठहराया है, जबकि हम बंटवारे के लिए जिम्मेदार नहीं हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने दावा करते हुए कहा कि बंटवारे के जिम्मेदार वीर सावरकर हैं. बंटवारे का जिम्मेदार माउंटबेटन और उस समय की कांग्रेस सरकार है.
ओवैसी ने बताया किन मुसलमानों को था वोट का अधिकार AIMIM सुप्रीमो ने भारत-पाकिस्तान के बंटवारे को लेकर कहा कि हम कहां जिम्मेदार हैं. ये लोग झूठ बोलते हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे कोई बताए कि उस वक्त कितने मुसलमानों को वोट डालने का अधिकार था. जो उस वक्त जागीरदार थे, नवाब थे, जिनके पास इतनी दौलत या डिग्री थी, वहीं लोग सिर्फ वोट डाल सकते थे. अब हमको जिम्मेदार ठहराना बंद करो. महात्मा गांधी और गोडसे के मामले को लेकर क्या कहाइसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महात्मा गांधी को गोडसे ने क्यों मारा, उसकी भी वजह एनसीआरटी के सिलेबस से निकाल दी गई है. उन्होंने आगे कहा कि इतना सब होने के बाद भी मुसलमानों को ही सबक सिखाने की बात की जा रही है, सारे इल्जाम हम पर लगाए जा रहे हैं.
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