Raja Ki Mandi Railway Station in Agra: आगरा में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर माता चामुंडा का एक मंदिर है. रेलवे के अनुसार ये अवैध रूप से रेलवे की जमीन पर बना है. इसलिए रेलवे ने इसे हटाए जाने का नोटिस जारी किया है. रेलवे ने सिटी स्टेशन स्थित एक मस्जिद को भी ऐसा ही नोटिस जारी किया है. लेकिन मंदिर को नोटिस मिलने की बात को आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य ने ट्वीट कर दिया जिसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया है.


राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर मंदिर हटाए जाने के लिए नोटिस के मामले में विवाद होने पर उत्तर रेलवे का कहना है कि हमने आगरा के ही सिटी स्टेशन स्थित पर स्थित नूरी मस्जिद को भी हटाए जाने का नोटिस दिया है और जनभावनाएं संतुलित होने पर दोनों ही नोटिसों पर एक साथ कार्यवाही करना चाहते हैं. राजा की मंडी पर इस अवैध क़ब्ज़े के कारण ट्रेनों की गति में सुधार के केंद्र सरकार के आदेश को मानने में भी दिक्कत आ रही है. 


राजा की मंडी स्टेशन स्थित मंदिर को नोटिस


इस मंदिर का कुल क्षेत्रफल 1716 वर्ग मीटर है. इसमें से 600 वर्ग मीटर में मंदिर का भवन बना हुआ है. इसमें से 72 वर्ग मीटर का क्षेत्र सीधे प्लेटफार्म नम्बर एक पर बना लिया गया है. ये रेलवे के शेड्यूल ऑफ़ डायमेंशंस का उल्लंघन करता है जिसके कारण रेलवे सुरक्षा में खतरा हो सकता है. सबसे बड़ा खतरा यात्रियों के लिए है क्योंकि ट्रेन के रुकने से इस अवैध निर्माण के कारण यात्रियों के आवागमन में बाधा होती है जो कि आगे चल के किसी हादसे में बदल सकती है. इस मामले में कई बार यात्रियों की ओर से शिकायत भी की जाती रही है. उधर, पांचजन्य ने इस बारे में ट्वीट किया, “आगरा स्टेशन पर 250 वर्ष पुराने मंदिर को हटाने पर अड़ा रेलवे. कहा नहीं हटाया तो बंद कर देंगे स्टेशन.”


30 Km/h से अधिक नहीं बढ़ पा रही है ट्रेनों की स्पीड


रेलवे ने हाल ही में ट्रेनों की गति में सुधार लाने के लिए आगरा-मथुरा-दिल्ली रूट पर छः करोड़ रूपए की लागत से काम किया है लेकिन राजा की मंडी स्टेशन पर आ कर इस अवैध क़ब्ज़े के कारण मामला अटक जा रहा है क्योंकि यहाँ रेल पटरी घुमावदार है. जहां 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से ही ट्रेन चल सकती है. अवैध क़ब्ज़ा हट जाने से यहाँ स्पीड में सुधार के कार्य किए जा सकते हैं. इस कड़ी में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म का विस्तार भी होना है.


यात्रियों के लिए बंद किया जा सकता है राजा की मंडी रेलवे स्टेशन


उत्तर रेलवे का कहना है कि रेलवे के लिए यात्रियों की सुरक्षा सबसे पहले है इसलिए अगर राजा की मंडी रेलवे स्टेशन से मंदिर का अवैध क़ब्ज़ा नहीं हट पाता है तो इस रेलवे स्टेशन को आम यात्रियों के लिए बंद कर दिया जाएगा. यानी इस स्टेशन पर ट्रेनों का स्टॉपेज बंद कर दिया जाएगा. इससे यात्रियों की सुरक्षा को ख़तरा वाला मसला भी हल हो जाएगी और लक्ष्य के अनुसार ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ जाएगी. रेलवे का कहना है कि स्टेशन बंद करना धमकी नहीं है बल्कि मामले को हल करने के लिए बीच का रास्ता है. अगर अवैध ज़मीन पर बने मंदिर को हटाए जाने को लेकर जन भावनाएँ हमें काम करने से रोकेंगी तो हमें मजबूरन ये बीच का रास्ता अपनाना पड़ेगा.


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