Agniveer Martyr: दुनिया की सबसे ऊंचे सैन्य इलाके सियाचिन में तैनात अग्निवीर जवान गवते अक्षय लक्ष्मण ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. इस तरह अग्निवीर के तौर पर शहीद होने वाले वह पहले जवान बन गए हैं. अग्निवीर गवते के परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया गया है. भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर जवान के शहीद होने की जानकारी दी. गवते के निधन पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और बल के सभी रैंक के कर्मियों शोक व्यक्त किया है. 


जहां अग्निवीर गवते शहीद हुए हैं, वह काराकोरम पर्वत श्रृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन हिमनद का इलाका है. इसे सबसे खतरनाक युद्ध क्षेत्र के तौर पर जाना जाता है. जवानों को यहां माइनस तापमान को सहना पड़ता है. ‘फायर एंड फ्यूरी कोर’ ने कहा कि कोर के सभी अधिकारी सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.


वहीं, भारतीय सेना ने बताया है कि ड्यूटी के दौरान शहीद हुए गवते के परिवार को एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि दी जाएगी. सेना की तरफ से भी बताया गया है कि मुआवजे के तहत मिलने वाली राशि किस तरह विभाजित की गई है. आइए जानते हैं कि परिवार को भविष्य की चीजों को ध्यान में रखते हुए कितनी राशि दी जा रही है.


परिजनों को कितनी राशि दी जाएगी?


शहीद अग्निवीर जवान गवते अक्षय लक्ष्मण के परिजनों को कुल मिलाकर 1.13 करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि दी जाएगी. इसमें से 48 लाख रुपये अंशदायी बीमा के तौर पर दिए जाएंगे. अनुग्रह राशि के तौर पर शहीद के परिवार को 44 लाख रुपये मिलेंगे. अग्निवीर योजना के जरिए दिए गए योगदान के बदले जो सेवा निधि (30 फीसदी) है, उस राशि को भी परिजनों को दिया जाएगा. इसमें सरकार के जरिए किए गए योगदान और उस पर ब्याज को भी जोड़कर दिया जाएगा.


अग्निवीर के परिजनों को शहादत की तारीख से चार साल पूरा होने तक बाकी के कार्यकाल का पैसा भी दिया जाएगा. ये राशि 13 लाख रुपये से ज्यादा है. इसके अलावा 8 लाख रुपये सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से भी दिए जाएंगे. आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) की ओर से तत्काल 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी मिलने वाली है. इस तरह कुल मिलाकर सेना की तरफ से शहीद अग्निवीर जवान के परिवार को 1 करोड़, 13 लाख रुपये से ज्यादा मिलेंगे. 


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