Agnipath Protest: सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के साथ आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अलग-अलग बैठक की. प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर चर्चा की गई. थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी के साथ बैठक हुई.


सबसे पहले नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार पीएम आवास पहुंचे. नौसेना प्रमुख से मुलाकात खत्म होने के बाद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने की मुलाकात हुई और सबसे आखिर में थलसेना प्रमुख जन मनोज पांडे से प्रधानमंत्री ने मुलाकात की. सीन्योरिटी यानि वरिष्ठता के हिसाब से एक के बाद एक मीटिंग हुई. तीनों सेना प्रमुखों में एडमिरल आर हरि कुमार सबसे सीनियर हैं. जनरल पांडे तीसरे नंबर पर हैं. तीनों सेना प्रमुखों से प्रधानमंत्री मोदी ने अलग अलग 30 मिनट तक मुलाकात की.


अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना की घोषणा 14 जून को की गई थी जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों और बसों में पिछले दिनों आग लगा दी. 


पीएम मोदी की बैठक से पहले सेना के तीनों अंग यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने अग्निपथ योजना और अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर साझा प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान अधिकारी ने कहा कि सेना नौकरी के लिए नहीं बल्कि जुनून और जज्बात के लिए हैं. 


भर्ती प्रक्रिया के बारे में आशंकाओं के बीच सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी और सेना में पारंपरिक रेजिमेंट व्यवस्था जारी रहेगी.


सेना के तीनों अंगों के संवाददाता सम्मेलन में पुरी ने कहा कि यह योजना (Agnipath Scheme) सरकार के कई विभागों के बीच विचार-विमर्श के अलावा तीनों सेवाओं और रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) के भीतर लंबे समय तक जारी परामर्श का परिणाम है. उन्होंने कहा कि यह एक बहुत जरूरी सुधार है.


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