सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में बढ़ी लॉन्च पैडों की संख्या- खुफिया रिपोर्ट
ABP News Bureau | 04 May 2017 06:51 AM (IST)
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली: पाकिस्तान कब सुधरेगा? सर्जिकल स्ट्राइक से कड़ा संदेश देने के बाद भी पाकिस्तान में हालात बदल नहीं रहे हैं. खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में लॉन्च पैडों की संख्या बढ़ गई है. कृष्णा घाटी इलाके में पाकिस्तान की बैट ने भारत के दो जवानों को मारा और शवों के साथ बर्बरता की. लेकिन ये बैट टीम पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का सिर्फ एक छोटा हिस्सा है. यह भी पढ़ें- खून के धब्बों ने खोली पाक की पोल, सीमा पार कर भारत में घुसी थी पाकिस्तानी सेना मिलिट्री इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक, एलओसी पर 48 लांच पैड घुसपैठ की तैयारियों में लगे हैं. इन लॉचपैडों में कम से कम 350 आतंकी है. कृष्णा घाटी सेक्टर में ही करीब 150 आतंकी घुसपैठ की तैयारी में हैं. वहीं कश्मीर घाटी इलाके में करीब 200 आतंकी घुसपैठ की तैयारी में हैं. लेकिन सीमा पर बर्फ होने के चलते घुसपैठ नहीं कर पा रहे. यह भी पढ़ें- सैनिकों की शहादत को लेकर उद्धव का मोदी पर हमला, बोले- ‘अभी गाय से पहले देश बनाने की जरूरत’ ये लांचिग पैड्स कृष्णा घाटी सेक्टर के ठीक सामने वाले पाकिस्तानी इलाके हॉट-स्प्रिंग, बुटल और रोज़ा इलाके में हैं. इसके अलावा 16वीं कोर के नौशेरा और दूसरे इलाकों के दूसरी तरफ निकयाल, भींबरगली, सेबकोट और समानी इलाके में भी बड़ी तादाद में ये लांचिग-पैड्स हैं. यहीं नहीं अखनूर के दूसरी तरफ बरनाला और पर्धा में आतंकी भारतीय सीमा में दाखिल होने की तैयारी कर रहे हैं. मिलिट्री इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में कम से कम 30 आतंकी कैंप चल रहे हैं. इन कैंपों में पाकिस्तान सेना और आईएसआई के अधिकारी आतंकियों को ट्रेनिंग देते हैं. इनमें से ‘15 एक्टिव कैंप’ हैं. इनमें से 10 पीओके में हैं और पांच (05) पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में हैं. यह भी पढ़ें- सज्जनों की सेना बनना बंद करो, एक के बदले तीन के सिर काटो: कैप्टन अमरिंदर सिंह इन कैंपों में सबसे बड़ा है मुरीदके स्थित एलईटी यानि लश्कर ए तैयबा का कैंप है. इसके अलावा बहावलपुर स्थित जैश ए मोहम्मद का कैंप है और मुजफराबाद में हिजबुल मुजाहिद्दीन का कैंप है. ये सभी कैंप भारतीय सेना की ‘स्ट्राइक रेंज’ से परे हैं. इनमें से अधिकतर टेरर कैंप एलओसी से 20-25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. यह भी पढ़ें- पाक उच्चायुक्त बासित को बुलाकर भारत ने मांगा बर्बरता पर जवाब, कहा -हमारे पास पुख्ता सबूत सेना मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल अबतक यानि जनवरी से लेकर 1 मई तक एलओसी पर 49 बार घुसपैठ की कोशिशें हो चुकी हैं. इनमें से 15 बार तो आतंकी सफल हो चुके हैं. जानकारी के मुताबिक, घुसपैठ की कोशिश के दौरान अबतक 08 आतंकी मारे जा चुके हैं. एलओसी पर पिछले चार महीनों में तीन सैनिक शहीद हुए हैं.