नई दिल्ली: देश में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी पर जारी सियासी बहस के बीच पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान ने अपनी एक टीम को भारत में नागरिक पंजीयन प्रक्रिया और आधार-कार्ड परियोजना के सबक सीखने भेजा. अफगान सिविल रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी की यह टीम 23-30 दिसम्बर के दौरान भारत में जन्म व मृत्यु पंजीयन तथा आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया को समझने के दौरे पर थी.

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सरकारी सूत्रों के मुताबिक यह पड़ोसी मुल्कों के साथ सरकारी प्रबंधन व प्रशासन की बेस्ट प्रेक्टिसेज़ साझा करने की एक कड़ी थी. इस सिलसिले में अफगानिस्तान के नागरिक पंजीयन प्रधीकरण(ACRA) के नुमाईंदों का एक दल सात दिनों के स्टडी टूर पर था. अफगान अधिकारियों के क्षमता विस्तार का यह कार्यक्रम जनसंख्या आयुक्त व महापंजीयक कार्यालय तथा विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने मिलकर किया था.

इस दौरान अफगान टीम ने दिल्ली और चंडीगढ़ का दौरा किया. साथ ही भारत में जन्म-मृत्यु पंजीयन की प्रक्रिया के साथ-साथ आधार पहचान पत्र बनाने के सॉफ्टवेयर का सजीव प्रदर्शन भी किया गया. साथ ही अफ़ग़ान अधिकारियों को भारत की जनगणना प्रक्रिया भी बताई गई.

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इससे पहले नवम्बर 2019 में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सांख्यकी और सूचना प्राधिकरण के एक दल को भी भारतीय विदेशी नागरिक पंजीयन कार्यालय FRRO ने प्रशिक्षण दिया था.