पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी में तकरार बढ़ती जा रही है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राहुल गांधी को जनसभा की इजाजत नहीं मिली. अधीर रंजन ने कहा कि न्याय यात्रा पर शुरुआत से ही हर तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. पहली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हमें कभी ऐसी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा.


अधीर रंजन चौधरी ने कहा, मणिपुर में राहुल गांधी को  सार्वजनिक बैठक करने की अनुमति नहीं दी गई. हमें मणिपुर के बाहर एक निजी संपत्ति पर जनसभा को आयोजित करना पड़ा. असम में सरकार के आदेश पर कई पुलिसकर्मियों ने यात्रा पर हमला किया. पश्चिम बंगाल में हमने सिलीगुड़ी में रैली करने की इजाजत मांगी थी. लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया. यह न्याय यात्रा देश के लिए सभी लोगों के लिए है. यह किसी के समर्थन या विरोध में नहीं है. 


अधीर रंजन ने कहा, बंगाल में हमने छोटा सा निवेदन किया था. हमने जनसभा की अनुमति मांगी थी. लेकिन प्रशासन ने इसके लिए अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा, बंगाल में अगर सत्ताधारी पार्टी के विरोध में कुछ होता है तो पुलिस तुरंत एक्शन ले लेती है.


बंगाल में ममता ने गठबंधन से किया इनकार


पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार राज्य में टीएमसी के अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रह रही हैं. उन्होंने हाल ही में कहा था कि टीएमसी INDIA गठबंधन में है, लेकिन पश्चिम बंगाल में बीजेपी के खिलाफ उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. हालांकि, इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ममता बनर्जी से बात भी की थी.


राहुल गांधी के सामने टीएमसी ने लहराए थे पोस्टर

राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की न्याय यात्रा गुरुवार को पश्चिम बंगाल में दाखिल हुई है. कूच बिहार में उनकी यात्रा के दौरान टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें पोस्टर दिखाए थे. इन पोस्टर में लिखा था कि पश्चिम बंगाल में दीदी ही काफी हैं. राहुल गांधी की यात्रा ने पहले से तय दो दिन का विराम लिया है. राहुल अभी दिल्ली लौट आए हैं.