Amit Shah On PoK: जम्मू-कश्मीर और पुडुचेरी की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटें आरक्षित करने वाले बिल को लोकसभा ने मंगलवार (12 दिसंबर) को मंजूरी दे दी. इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल किया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को भारत के साथ कब मिलाया जाएगा? उनके इस सवाल पर सदन में मौजूद अमित शाह ने खुद जवाब दिया. 


अमित शाह ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी के नेता हमसे सवाल कर रहे हैं. ये पूछ रहे हैं कि अक्साई चीन कब वापस आएगा. पीओके कब आएगा...बिल तो पारित हो चुके हैं, नहीं तो मैं जवाब देता... अभी भी दूंगा. मैं पूछना चाहता हूं कि पीओके और अक्साई चीन किसके शासन में गया. ये जवाब दे दें.''


'नेहरू पर इल्जाम मत लगाइए'
इस पर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने तीन युद्ध लड़े हैं. इंदिरा गांधी आयरन लेडी थीं. इतिहास को विकृत नहीं कीजिए. नेहरू के बारे में इस तरह का इल्जाम नहीं लगाइए. आपने क्लासीफाइड क्यों किया है.


इस दौरान कांग्रेस नेता ने अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के सोमवार (11 दिसंबर) के फैसले का जिक्र किया. चौधरी ने कहा, ''जम्मू-कश्मीर में चुनाव होना चाहिए. चुनाव सरकार को करवाना चाहिए. हम पहले से इसकी मांग करते रहे हैं. आपने सदन में वादा किया था कि चुनाव कराएंगे"


उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए. इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों को लगेगा कि उनकी बात सुनी जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने यही फैसला दिया है.'


'पीओके को छीनकर लाइए'
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, ''अमित शाह सदन में सीना ठोककर कहते हैं कि पीओके को वापस लेकर आएंगे. आज क्या हो रहा है. पीओके का सीना चीरकर चीन कॉरिडोर बना रहा है. हमारा कहना है कि कुछ करके दिखाओ... मान लीजिए कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. आप तो पहलवान हो...बलवान हो...आप पीओके को छीनकर लाइए, हम देखना चाहते हैं.''


उन्होंने आगे कहा, ''आप कहते हैं सियाचीन को हासिल करके रहेंगे. आपने लद्दाख में क्या किया? अक्साई चीन कब वापस लाएंगे. ये लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. चुनाव से पहले करके दिखाइए. चीन वहां सड़क बना रहा है.''


'पीओके के लिए सीटें आरक्षित रखी गईं'
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 11 दिसंबर को लोकसभा में जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक को लेकर बहस के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा था कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और इसलिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में इस क्षेत्र के लिए 24 सीटें आरक्षित रखी गई हैं. 


यह भी पढ़ें- JNU में प्रोटेस्ट करने पर लगेगा भारी जुर्माना, पार्टी करने वालों को भी देना होगा फाइन