Adhir Ranjan Chowdhury On Women Reservation Bill: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने संसद के विशेष सत्र में कहा, ''यह सदन भारत की आत्मा है. इसे ईंट और पत्थर की इमारत नहीं समझना चाहिए. इस आत्मा को लंबे संघर्ष के बाद मिले आजादी मिली है. इस आत्मा को फिर से न दबाया जाए.''


महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन बिल) को लेकर उन्होंने कहा कि यह बिल महिलाओं के साथ धोखा है. सरकार इसे 2029 से लागू करने की बात कर रही है. इसे 2024 से क्यों लागू क्यों नहीं किया जा रहा?


लोकसभा में पढ़ी संविधान की प्रस्तावना
इस दौरान उन्होंने लोकसभा में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी और कहा, "हमारे लिए संविधान सर्वोपरि है. यह हमारे लिए गीता, कुरान और बाइबिल से कम नहीं है. हम चाहते हैं कि भारत का नाम दुनियाभर में रोशन हो."


इंडिया और भारत के बीच न हो अंतर
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 1 कहता है, "इंडिया, यानी भारत राज्यों का एक संघ होगा. इसका मतलब है कि इंडिया और भारत के बीच कोई अंतर नहीं होगा. इसलिए बेहतर होगा कि इनके बीच कोई दरार पैदा करने की कोशिश न करे.''


महिला आरक्षण को लेकर हंगामा
इससे पहले संसद के विशेष सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही नए संसद भवन में शुरू हुई. इस दौरान कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश किया, जिस पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया.


बिना सर्कुलेट किए पेश हुआ बिल
विपक्ष का कहना है कि बिल को बिना सर्कुलेट किए हुए कैसे पेश कर दिया गया. बिल को जब सदन में पेश किया जाता है तो सबसे पहले उसकी कॉपी सभी सांसदों को देनी होती है, जबकि महिला आरक्षण बिल को पेश करते समय ऐसा नहीं हुआ. वहीं, विपक्ष के आरोपों पर कानून मंत्री ने कहा कि बिल पहले ही वेबसाइट पर अपलोड हो चुका है.


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