नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कुल 34,83,236 करोड़ रुपये के खर्चे का बजट पेश कर दिया है. सरकार और उसके सहयोगियों ने जहां इस बजट को जनता के लिए फायदेमंद बताया है, वहीं विपक्ष ने इसे खराब और देश को गुमराह करने वाला बजट करार दिया है. इस बीच आज आपने पसंदीदा चैनल abp न्यूज़ पर दिनभर बजट का विश्लेषण किया जाएगा.


एबीपी न्यूज ने आज जन मन धन e-कॉनकलेव (JAN MAN DHAN e-Conclave) का आयोजन किया है. इस खास कार्यक्रम में पक्ष-विपक्ष और विशेषज्ञों से नए बजट में खूबियां और खामियों को समझने की कोशिश होगी. बजट में इस बार सबसे ज्यादा पैसा रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दिया गया है. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एबीपी न्यूज़ के जन मन धन e-कॉनक्लेव में बजट की बारियां बताईं.


नितिन गडकरी ने कहा, ''यह बजट ग्रोथ और रोजगार को बढ़ाने वाला है, इसके साथ ही इससे बाजार में पैसा बढ़ेगा. इसका निश्चित रूप से अच्छा परिणाम होगा. देश की अर्थव्यवस्था तेजी बढ़ेगी, ऐसा मेरा विश्वास है. पहली बात है कि देश में गरीबी, भुखमरी सबसे बड़ा चैलेंज है, ऐसे में जो नीतियां घोषित हुईं हैं उनका परिणाम आगे देखने को मिलेगा. ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री की बात करें तो इसका टोटल टर्नओवर साढ़े चार लाख करोड़ का है. हमारे देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाली एजेंसी है. नई स्क्रेपिंग पॉलिसी से बीस साल तक के जो अलग अलग वाहन निकलेंगे वो एक करोड़ तक आएंगे. इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल के इम्पोर्ट में कमी आएगी. प्रदूषण कम होगा, इसके साथ ही स्क्रेपिंग से ऑटो मोबाइल पार्ट्स रिसाकिल होगा और इसकी कीमतों में कमी आएगी. इस नई नीति से हम दुनिया के नंबर एक ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरिंग हब बनेंगे. इससे सबसे बड़ा फायदा होगा कि रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.''


उन्होंने कहा, ''पंद्रह साल पुराना अगर कोई ट्रक है तो उसे जल्द से जल्द मैकेनिक के पास ले जाना पड़ेगा. इसके साथ ही वो प्रदूषण फैलाएगा. उसका पिकअप भी ज्यादा नहीं होगा. जो पुरानी गाड़ी स्क्रैप करेगा उसे नई गाड़ी लेने पर फायदा होगा. हम जल्द ही इसे लेकर विस्तार से नीति जारी करेंगे. इससे एक साथ कई फायदे होंगे, प्रदूषण कम होगा, रोजगार बढ़ेगा और ऑटो कंपोनेट्स के दाम कम होंगे.''


विपक्ष के चुनावी बजट के आरोप पर नितिन गडकरी ने कहा, ''यह कहना गलत है कि सिर्फ चुनावी राज्यों में रोड बनाए जा रहे हैं. दिल्ली और इसके आसपास हम साठ हजार करोड़ के रोड बना रहा हूं. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, और आंध्र में लाखों के रोड प्रोजेक्ट हैं. वित्त मंत्री ने कुछ राज्यों का इस्तेमाल किया, अगर सभी राज्यों का बताते तो सिर्फ मेरे मंत्रालय का ही बजट हो जाता. लेकिन अगर चुनावी राज्यों की बात हम कर रहे हैं तो एक सरकार और राजनीतिक पार्टी हैं. तो अगर हम चुनावी राज्यों में जनता को फायदा बता रहे तो हम क्या गलत कर रहे हैं.''


राहुल गांधी के आरोप पर नितिन गडकरी ने कहा, ''हमारे देश में पहली बार हमने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू कीं. हर साल एमएसपी बदलती है. अब इंटटरनेशनल प्राइस से ज्यादा एमएसपी हो गई है. वित्त मंत्री ने बताया कि पहली बार साढे तीन लाख करोड़ किसानों के जेब में डाले हैं. सोलह लाख करोड़ फिशिंग और डेयरी क्षेत्र में लोन देने के लिए बजट रखा है. इसी कांग्रेस ने सत्तर हजार करोड़ के हवाई जहाज खरीदे और एयर इंडिया पूरी तरह कर्ज में दबी है. इसी से गरीबों के कल्याण की योजनाएं बनतीं तो अच्छा होता. कांग्रेस कंन्विंस नहीं कर पाची तो कंफ्यूज कर देती है. अडानी-अंबानी का नाम लेकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश है.''