ABP News CVoter Survey: बीएसपी सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार (15 जनवरी) को अपने 68वें जन्मदिन पर स्पष्ट कर दिया कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उनकी पार्टी के किसी गठबंघन में शामिल नहीं होगी.

हाल में बीएसपी सांसद मलूक नागर के एक बयान के बाद ऐसी अटकलें थीं कि पीएम उम्मीदवार बनाए जाने पर मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती हैं. पिछले दिनों बीएसपी सांसद मलूक नागर एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि इंडिया अलायंस को मायावती को पीएम उम्मीदवार घोषित करना चाहिए.

ऐसी अटकलें भी थीं कि विपक्षी पार्टियों के नेता जन्मदिन की बधाई देने के साथ ही मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल होने का न्योता दे सकते हैं. हालांकि, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख ने अपने जन्मदिन पर रुख साफ करते हुए कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी लेकिन चुनाव के बाद सरकार बनाने वाली पार्टी को उचित भागीदारी के साथ समर्थन देगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि समर्थन मुफ्त में नहीं दिया जाएगा.

इस बीच एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने एक त्वरित सर्वे में यह जानने की कोशिश की है कि अगर इंडिया गठबंधन मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाता तो क्या मोर्चे को फायदा होता? सर्वे में 36 फीसदी लोगों ने कहा कि मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाने पर इंडिया गठबंधन का फायदा होता. 42 फीसदी लोगों ने कहा कि ऐसा करने पर गठबंधन का फायदा नहीं होता. वहीं, 22 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें इस बारे में 'पता नहीं' है. 

I.N.D.I.A. अगर मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाता तो क्या मोर्चे को फायदा होता?सोर्स- सी वोटरहां, फायदा होता- 36%फायदा नहीं होता- 42%पता नहीं- 22%

'इंडिया' गठबंधन ने नहीं घोषित किया है कोई PM उम्मीदवार

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी पार्टियों के 'इंडिया' गठबंधन ने अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. हालांकि, 19 दिसंबर की गठबंधन की चौथी बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कुछ नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम बढ़ाया था लेकिन खुद कांग्रेस अध्यक्ष ने इससे इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर सांसद नहीं हैं तो प्रधानमंत्री पद की बात का क्या मतलब है, पहले चुनाव जीतना जरूरी है.

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