Tamil Nadu Opinion Poll 2021: तमिलनाडु में विधानसभा की कुल 234 सीटों पर एक चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है. नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे. राज्य में फिलहाल आईएडीएमके की सरकार है. इस बार आईएडीएमके और बीजेपी मिलकर एनडीए गठबंधन के तौर विधानसभा चुनाव लड़ रही है. एनडीए गठबंधन दावा कर रही है कि जनता उसके पक्ष में वोट करेगी. वहीं एमके स्टालिन की डीएमके और कांग्रेस वाले गठबंधन का दावा है कि इस बार राज्य की जनता उनके हाथों में बागडोर सौंप देगी. राज्य में सरकार बनाने के लिए 118 सीटें चाहिए. इस सबके बीच एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ मिलकर ताजा ओपिनियन पोल किया है और जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है.


सर्वे में क्या सामने आया?




  • यूपीए (कांग्रेस+DMK+अन्य)-  161 से 169 सीटें

  • एनडीए (AIADMK+बीजेपी+अन्य)- 53 से 61 सीटें

  • एमएनएम (मक्कल निधि मय्यम)- 2 से 6 सीटें

  • एएमएमके (अम्मा मक्कल मुनेत्र कझगम)- 1 से 5 सीटें

  • अन्य- 3 से 7 सीटें


सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार राज्य में कांग्रेस और डीएमके गठबंधन को बड़ी जीत मिल सकती है. इस गठबंधन को 161 से 169 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं एनडीए गठबंधन को 53 से 61 सीटें मिल सकती हैं. यानी इस बार के चुनाव में एनडीए को बaड़ा झटका लगने वाला है.


सर्वे में कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम कुछ खास प्रदर्शन करती नहीं दिख पा रही है. कमल हासन की पार्टी दो से छह सीटें मिल सकती हैं. सोमवार को कमल हासन ने कोयंबटूर दक्षिण सीट से अपना नामांकन दाखिल किया.


वहीं वी के शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन की पार्टी अम्मा मक्कल मुनेत्र कझगम (एएमएमके) के खाते में एक से पांच सीटें मिल सकती हैं. एएमएमके अभिनेता से नेता बने विजयकांत के डीएमडीके के साथ चुनाव लड़ रही है. एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी एएमएमके के साथ गठबंधन किया है. सर्वे के मुताबिक, अन्य के खाते में विधानसभा की तीन से सात सीटें जाने का अनुमान है.



वोट शेयर का अंतर?


पिछले विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके को 43.7 फीसदी वोट मिले थे. इस बीजेपी और एआईएडीएमके के गठबंधन को 30.6 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. यानी करीब 13 फीसदी का नुकसान हो सकता है.


वहीं डीएमके और कांग्रेस के गठबंधन को 39.4 फीसदी सीटें मिली थीं और इस बार उनके सीट शेयर में इजाफा होता दिख रहा है. सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार के चुनाव में 4.3 फीसदी वोट का फायदा होगा और ये बढ़कर 43.7 फीसदी हो सकता है.


पिछली बार के नतीजे?


पिछले विधानसभा चुनाव में जे जयललिता के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार एआईएडीएमके ने जीत दर्ज की थी. ये चुनाव नतीजे अपने आप में एतिहासिक रहे थे क्योंकि 1984 के बाद पहली बार ऐसा हुआ था जब राज्य में लगातार दूसरी बार किसी पार्टी ने सत्ता में वापस की. 2016 के विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके ने 135 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस और डीएमके ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. डीएमके को 88 और कांग्रेस को आठ सीटें मिली थीं. अभिनेता विजयकांत की पार्टी ने 104 सीटों पर चुनाव लड़ा था और एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली. खुद विजयकांत भी चुनाव हार गए थे. बीजेपी ने 188 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसका खाता नहीं खुला था.