देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. पार्टियां अभी से वोटरों को लुभाने में लगी हैं. सत्ताधारी बीजेपी जहां लगातार लोगों को लुभाने के लिए योजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रख रही है तो वहीं विपक्षी पार्टियां बीजेपी और अन्य पार्टियों पर वार-पलटवार में व्यस्त हैं. ऐसे में यूपी के लोगों का मूड क्या है, यह जानने के लिए एबीपी न्यूज सी-वोटर के साथ मिलकर लोगों का मूड जानने के लिए जमीन पर उतरा.


लोगों से कई तरह के सवाल किए गए, जिसमें से एक ये था कि क्या अखिलेश राज में सिर्फ योजनाओं के फीते काटे गए? इस सवाल के जवाब में लोगों का मिला-जुला जवाब सामने आया. 50 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सिर्फ योजनाओं के फीते काटे गए. जबकि 50 प्रतिशत लोगों ने कहा कि विकास के काम हुए.


अखिलेश राज में क्या सिर्फ योजनाओं के फीते काटे गए?


सिर्फ फीते काटे गए- 50%
विकास के काम हुए -50%


अखिलेश यादव लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं. लखीमपुर खीरी मामले से लेकर बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव बीजेपी सरकार को घेर रहे हैं. अखिलेश यादव बीजेपी पर यह भी आरोप लगा रहे हैं कि योगी सरकार उनके शासनकाल में शुरू की गई योजनाओं के ही फीते काट रही है.


अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी को हार का भय सता रहा है. वह बौखलाहट में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है. हार के डर से बौखलाई बीजेपी अब अपनी सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग करके विपक्ष को दबाने पर तुली है लेकिन इससे बीजेपी के खिलाफ जनआक्रोश ज्यादा बढ़ा है. लोग अब लोकतंत्र और जनविरोधी सरकार को सत्ता में ज्यादा दिनों तक नहीं देखना चाहते.


अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी के शासन में नागरिकों के अधिकार सुरक्षित नहीं हैं. लोकतंत्र को खतरा है. बीजेपी बार-बार झूठ बोलकर अपनी गलतबयानी को सच बनाना चाहती है. वह चालाकी से सराबोर है. उसने न केवल नदियों को बल्कि राजनीति को भी प्रदूषित कर दिया है.