ABP Network Ideas Of India Summit 2023: एबीपी नेटवर्क आइडियाज ऑफ इंडिया समिट अपने दूसरे संस्करण के साथ हाजिर है. इसके तहत 24 और 25 फरवरी को जिंदगी के सभी क्षेत्रों से मशहूर हस्तियां प्रासंगिक विषयों और मुद्दों पर अपने विचार शेयर करेंगी. इसमें जलवायु आपदा से लेकर भारत के वैश्विक परिदृश्य में एक नए मजबूत खिलाड़ी के तौर पर उभरने पर बात की जाएगी. 


देश और दुनिया की मशहूर हस्तियां होंगी शामिल


इस साल के एबीपी नेटवर्क आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में डाबर वैदिक चाय सह- प्रायोजक है तो डॉ ऑर्थो, गैलेंट एडवांस और राजेश मसाला (मारुति सुजुकी और तकनीकी साझेदार पैनासोनिक के साथ संचालित) इसमें सह-संचालन की भूमिका में होगा. इस समिट में  सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस जैसे अहम और मशहूर वक्ता होंगे.


वहीं गीतकार कवि जावेद अख्तर, गायक लकी अली, शुभा मुद्गल, लेखक अमिताव घोष, देवदत्त पटनायक, अभिनेत्री सारा अली खान, ज़ीनत अमान, अभिनेता आयुष्मान खुराना और मनोज वाजपेयी, सेलिब्रिटी शेफ विकास खन्ना, खेल सितारे ज्वाला गुट्टा और विनेश फोगाट सहित कई अन्य मशहूर वक्ता होंगे. इस साल वक्ता ' नया भारत' क्या है और हमारा देश, जो अब 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, 2047 तक स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने पर खुद को एक विकसित राष्ट्र के तौर पर कैसे स्थापित कर सकता है, इस पर अपने विचार शेयर करेंगे.



नई कॉर्पोरेट संस्कृति पर रखेंगे राय मूर्ति


इंफोसिस के संस्थापक और चेयरमैन सम्मानित एन.आर. नारायण मूर्ति इस साल के एबीपी नेटवर्क आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में एक वक्ता के तौर पर होंगे. गौरतलब है कि 2022 के समिट में मूर्ति ने बेहतर भविष्य के लिए आईटी का फायदा उठाने के बारे में अपने विचार शेयर किए थे. इस बार, वह "एक नई कॉर्पोरेट संस्कृति: द लीडर्स गाइड" (A New Corporate Culture: The Leader’s Guide) पर विचार-विमर्श करेंगे. 


मूर्ति ने 1981 में वैश्विक आईटी दिग्गज इन्फोसिस (Infosys) की स्थापना ही नहीं की बल्कि इसमें 2002 तक लगभग दो दशकों तक सीईओ के तौर पर अपनी सेवाएं भी दी. इसके बाद फिर 2002 से 2011 तक वो इसके चेयरमैन रहे. साल 2011 में पद छोड़ने के बाद भी 2013 से उन्हें 5 साल के लिए कार्यकारी अध्यक्ष तौर पर नियुक्ति दी गई. वह 2011 में इंफोसिस के एमेरिटस (Emeritus) चेयरमैन बने. एमेरिटस से मतलब है पूरे सम्मान के साथ सेवा मुक्त होने वाले शख्स है. 


चार दशक से अधिक के करियर में मूर्ति ने वर्षों से कॉर्पोरेट भारत के विकसित गतिशील होते परिदृश्य को अपनी अनुभवी नजरों से देखा है. देश में आउटसोर्सिंग में उनके अहम योगदान की वजह से मूर्ति को मीडिया और जनता ने उन्हें "भारतीय आईटी क्षेत्र का जनक" करार दिया गया है और उनके अनुकरणीय योगदान के मुताबिक ये बिल्कुल ठीक भी है. यही वजह रही की भारत सरकार ने उन्हें 2008 और 2000 में पद्म विभूषण और पद्मश्री से नवाजा.


एबीपी नेटवर्क आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में एन.आर. नारायण मूर्ति कॉर्पोरेट दुनिया में नवीनतम रुझानों पर उभरते उद्यमियों और कॉर्पोरेट नेताओं के लिए समान रूप से अपने विचार साझा करेंगे, इसलिए 25 फरवरी को abplive.com पर उनके अंतर्दृष्टिपूर्ण सत्र (Insightful Session) को देखने के लिए तैयार रहिए. 


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