ABP Cvoter Snap Poll: महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो चुका है. इसे लेकर एबीपी के लिए सी-वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में शामिल लोगों से पूछा गया कि क्या जनगणना-परिसीमन का इंतजार किए बिना महिला आरक्षण को तुरंत लागू करना चाहिए? इस सवाल पर लोगों की बंटे हुई राय मिली.


हालांकि, ज्यादातर लोगों ने इसे तुरंत लागू करने की बात कही. संसद में महिला आरक्षण बिल का सभी पार्टियों से स्वागत किया. वहीं, संसद से इस बिल के पास होने के बाद विपक्ष इसे तुरंत लागू करने की मांग कर रहा है.


क्या जनगणना-परिसीमन का इंतजार किए बिना महिला आरक्षण तुरंत लागू करना चाहिए?


(सोर्स-सीवोटर) 



  • हां- 60%

  • नहीं- 26%

  • कह नहीं सकते- 14%


सबसे ज्यादा 60 फीसदी लोगों ने कहा कि महिला आरक्षण को तुरंत लागू करना चाहिए. 26 फीसदी लोगों का कहना है कि जनगणना-परिसीमन का इंतजार करना चाहिए. वहीं, 14 फीसदी लोगों ने कहा कि वो इस बारे में कुछ 'कह नहीं सकते' हैं.


परिसीमन के बाद लागू होगा बिल


दरअसल, संसद से महिला आरक्षण बिल पास तो गया, लेकिन अब भी इसके लागू होने में कई अड़चनें हैं क्योंकि महिलाओं को इसका फायदा जनगणना और परिसीमन के बाद मिलेगा. ऐसे में लोगों के मन में सवाल होगा कि आखिर परिसीमन क्या होता है? लोकसभा और विधानसभा में सीटों की सीमा का निर्धारण जिस प्रक्रिया के तहत होता है उसे परिसीमन कहते हैं.


संसद से जो महिला आरक्षण बिल पास हुआ उसमें ये शर्तें हैं कि इसके प्रावधान परिसीमन के बाद लागू होंगे. इसे लेकर कांग्रेस और बसपा समेत कई विपक्षी पर्टियों ने केंद्र सरकार पर लोगों की आंखों में धूल झोंकने का आरोप लगाया है. विपक्षी पार्टियों ने कहा कि परिसीमन में काफी समय लगता है, ऐसे में महिला आरक्षण बिल का लाभ महिलाओं को लंबे समय बाद मिलेगा.


abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ये सर्वे किया है. इस सर्वे में 5 हजार 403 लोगों की राय ली गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्व के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए abp न्यूज़ जिम्मेदार नहीं है.


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