ABP News C Voter Survey for UP Election 2022: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में हुई हिंसा में किसानों समेत 8 लोगों के मौत की जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि किसानों की हत्या सोची-समझी साजिश थी. इस रिपोर्ट के आने के बाद एसआईटी की अपील पर ज़िले की अदालत ने आशीष मिश्रा मोनू (Ashish Mishra Monu) समेत 14 लोगों पर हत्या का मुकदमा चलाने का आदेश दे दिया. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और आशीष मिश्रा के पिता अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) की बर्खास्तगी की मांग ने ज़ोर पकड़ ली है. विपक्ष लगातार केंद्र से अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है.


इन मांगों के बीच एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ सर्वे किया है. इस सर्वे में लोगों से सवाल किया गया है कि क्या एसआईटी रिपोर्ट के बाद अजय मिश्रा टेनी को इस्तीफा देना चाहिए? इस सवाल पर 62 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया है. यानी ज्यादातर लोगों का मानना है कि SIT रिपोर्ट में जो बात सामने आई है उसके बाद अजय मिश्रा को इस्तीफा दे देना चाहिए. जबकि ऐसे 38 फीसदी लोग थे, जिन्होंने कहा कि नहीं उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए.


SIT रिपोर्ट के बाद अजय मिश्रा टेनी को इस्तीफा देना चाहिए ?


हां -62%
नहीं- 38%


SIT की रिपोर्ट में क्या था?


लखीमपुर कांड को लेकर SIT ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि किसानों की हत्या सोची-समझी साजिश थी. मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों पर जांच के बाद धाराएं बदल दी गई हैं. अब आशीष मिश्रा पर गैर इरादतन हत्या नहीं बल्कि हत्या का मुकदमा चलेगा. बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष इस मामले में मुख्य अभियुक्त है. वे सभी तिकोनिया में पिछली तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों और एक स्थानीय पत्रकार की मौत से संबंधित मुकदमे में आरोपी हैं.