नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च 2020 की रात आठ बजे पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था. अब इस लॉकडाउन को एक महीना पूरा हो गया है. लॉकडाउन के चलते कोरोना संकट की रफ्तार में काफी हद तक कमी भी देखी जा सकती है. 24 मार्च को भारत में कोरोना मरीजों की संख्या करीब 500 थी. अब ये संख्या बढ़कर 24 हजार के पास पहुंच गई है. लेकिन अगर देश में लॉकडाउन नहीं होता, तो ये संख्या 2 लाख से ज्यादा हो सकती थी.


24 मार्च को देश में हर दिन औसतन 21.6 फीसदी की रफ्तार से कोरोना मरीज बढ़ रहे थे. अब 8.1 फीसदी की रफ्तार से ही मरीजों की संख्या बढ़ रही है. हालांकि लॉकडाउन के पांचवे हफ्ते में भी कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ना चिंता का विषय है.

अगर इस रफ्तार से भी देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती रही, तो अगले हफ्ते तक 40 हजार कोरोना के मामले हो जाएंगे. और दो हफ्तों में ये संख्या बढ़कर 70 हजार तक पहुंच सकती है.

भारत में कहां घटा, कहां बढ़ा कोरोना

भारत में 30 जनवरी को सबसे पहला कोरोना का केस केरल में सामने आया है. शुरुआत में केरल का ग्राफ बढ़ता देखा गया था. लेकिन अब यहां पिछले एक महीने से एक भी कोरोना का नया केस नहीं आया है. इसके अलावा ओडिशा में भी पिछले एक महीने में कोई नया मरीज नहीं आया. देश में गोवा अकेला ऐसा राज्य है, जहां एक भी केस पॉजिटिव नहीं है. हालांकि कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है.

गुजरात ऐसा राज्य है, जहां शुरुआत में काफी समय तक कोरोना का कोई केस नहीं देखा गया था. 23 मार्च को यहां सिर्फ 29 केस थे. अब एक महीने के भीतर गुजरात में कुल 2624 मरीज सामने आ चुके हैं. इसमें 112 लोगों की मौत भी हो चुकी है. गुजरात के अलावा महाराष्ट्र, दिल्ली और राज्स्थान में भी कोरोना केस लगातार बढ़ते गए.

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