देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक दिन में 10 हजार नए कोरोना के मामले आने के बाद संक्रमण का पता लगाने के लिए रेंडम टेस्ट किए जा रहे हैं. मंगलवार को मुंबई के सेशन कोर्ट में रेंडम टेस्ट कंडक्ट किए गए थे. कोविड के फैलने की आशंका को देखते हुए, बीएमसी (बृहन्मुंबई निगम) ने टेस्ट कराने का फैसला किया है. वहीं केंद्र सरकार का भी मानना है कि राज्यों को 70 प्रतिशत अधिक विश्वसनीय आरटी-पीसीआर टेस्ट करने चाहिए. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने दिल्ली में मंगलवार शाम कहा, "आरटीपीसीआर (RTPCR) टेस्ट को ही प्राथमिकता दी जाती है. यहां तक कि सभी टेस्ट में 70 प्रतिशत परीक्षण आरटी-पीसीआर होने चाहिए."


आरटी-पीसीआर के बजाय एंटीजन टेस्ट किए जा रहे


28 मार्च तक के एक सप्ताह के आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक लगभग आधे कोविड टेस्ट गोल्ड-स्टैंडर्ड आरटी-पीसीआर के बजाय कम-विश्वसनीय एंटीजन टेस्ट किए गए हैं.


गौरतलब है कि आरटी-पीसीआर टेस्ट सकारात्मकता दर बहुत अधिक है, ऐसे में अगर पिछले सप्ताह किए गए सभी टेस्ट RT-PCR थे, तो लगभग 50 प्रतिशत अधिक मामले होंगे. इसका मतलब यह है कि रोजाना 4,000 मामलों में से थोड़ा नीचे के औसत के बजाय लगभग 6,000 मामले होने चाहिए.


बीएमसी बढ़ाने जा रही टेस्टिंग


वहीं इस संबंध में मुंबई के नगरपालिका प्रमुख ने कहा कि उनके पास ज्यादा आरटी-पीसीआर परीक्षण करने की क्षमता नहीं है. बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल ने कहा, "हमारी अपनी आरटी-पीसीआर क्षमता समाप्त गई है. हम इसे और बढ़ाना पसंद करेंगे, लेकिन अब हम या तो इसे रोक सकते हैं या आरएटी के साथ अपने अवसरों को बढ़ा सकते हैं, ताकि पॉजिटिव केस का पता लगाया जा सके." वहीं उन्होंने ये भी कहा कि वर्तमान में हमारी सकारात्मकता 14 प्रतिशत है. हम गुरुवार तक अपनी टेस्टिंग को बढ़ाकर 60,000 करने जा रहे हैं. जिसके बाद यह आंकड़ा 10,000 तक जा सकता है.


महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले


बता दें कि महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 27,918 नये मामले सामने आए. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में किसी एक दिन में सर्वाधिक मामले दो दिन पहले सामने आये थे, जब 40,414 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. नये मामलों की संख्या में कमी संभवत: कम संख्या में जांच किये जाने के चलते आई है. मंगलवार को 1,29,876 नमूनों की जांच की गई, जबकि एक दिन पहले 1,36,848 नमूनों की जांच की गई थी. विभाग ने बताया कि संक्रमण से और 139 मरीजों की मौत होने के साथ ही राज्य में महामारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 54,422 पहुंच गई.


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