Farmers Protest Live: किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस कर रही राजनीति, बोले हरियाणा सीएम सैनी
Farmers Protest: एमएसपी लागू करने व अन्य मांगों को लेकर किसान शुक्रवार दोपहर एक बजे शंभू बाॅर्डर से पैदल दिल्ली कूच करेंगे. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस बात की जानकारी दी है.
बैकग्राउंड
Farmers Protest: किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बृहस्पतिवार (5 दिसंबर) को कहा कि 101 किसानों का एक 'जत्था' शंभू बॉडर विरोध प्रदर्शन स्थल से शुक्रवार अपराह्न एक बजे दिल्ली...More
किसानों के विरोध पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा, "किसानों का मुद्दा राजनीति का विषय नहीं है. पीएम मोदी ने हमेशा किसानों के पक्ष में काम किया है और हमेशा ऐसे फैसले लिए हैं जो उनके लिए अच्छे हैं. देश में किसानों की मौजूदा स्थिति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. वे (कांग्रेस नेता) तख्तियां उठा रहे हैं लेकिन उन्हें उन तख्तियों के पीछे अपना कार्यकाल देखना चाहिए था. विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि कांग्रेस जिस तरह की राजनीति कर रही है, उसके बाद वे खत्म हो जाएंगे."
जब कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला से पूछा गया कि अगर किसानों को दिल्ली आने की अनुमति नहीं दी गई तो क्या राहुल गांधी उनसे मिलेंगे, तो उन्होंने कहा, "कांग्रेस इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहती. जहां भी अन्याय होगा, राहुल गांधी, खरगे जी जाएंगे. यह राजनीति का मामला नहीं है, यह देश की खाद्य सुरक्षा का मामला है."
शंभू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि पहले कभी इस तरह की बाधाएं खड़ी की गई होंगी. वे अंग्रेजों से भी एक कदम आगे निकल गए हैं. क्या आप किसानों को आतंकवादी मानते हैं कि 4-5 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है? क्या वे गृह मंत्री से नहीं मिल सकते? यह राज्य में स्थिति को बिगाड़ने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को संसद में इस पर एक विशेष सत्र आयोजित करना चाहिए."
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा, "क्या उन्होंने अनुमति ली है? उनके पास दिल्ली जाने और वहां बैठने की कोई अनुमति नहीं है. अगर उन्हें अनुमति मिलती है तो उन्हें अनुमति दी जाएगी. आप वहां एक कार्यक्रम के लिए जा रहे हैं अगर आपको वहां बैठना है, तो आपको अनुमति लेनी होगी."
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "सरकार से बातचीत के लिए हम कल तक इंतजार करेंगे नहीं तो 101 किसानों का जत्था 8 दिसंबर को दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करेगा. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री उपराष्ट्रपति की बात भी नहीं सुन रहे हैं. अगर बातचीत का दौर शुरू होता तो इस आंदोलन का सुखद समाधान निकल सकता था. सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं है. हमारे लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष एक जैसे हैं, सब राजनीति करते हैं."
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि रविवार को दोपहर 12 जत्था दिल्ली जायेगा. हम कृषि मंत्री से बात करना चाहते हैं. केंद्र से बातचीत के लिए अंदोलन के लिए टाला है. 8 दिसंबर को को दिल्ली कूच करेंगे. हम पंजाब में बीजेपी का विरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि अब किसानों का जत्था दिल्ली की तरफ परसों जाएगा. कल जत्था नहीं जाएगा. ये समय इसलिए दिया गया है कि जो बातचीत के लिए हमसे बात हुई है उसे केंद्र सरकार पूरा करे. हमें पूछा गया था आज कि हम क्या चाहते हैं और कौन लोग बातचीत में होने चाहिए. हमने बताया है कृषि मंत्री होने चाहिए बातचीत में.
किसान नेता ने आगे कहा कि आज की पुलिस कार्यवाई में आठ किसान अस्पताल में हैं. कुल घायल 15 के करीब होंगे जो आज पुलिस कार्यवाई की है. हमने अनुशासन रखा है. हमें मालूम था कि जो प्रबंध हरियाणा की तरफ से किए गए हैं उन्हें तोड़कर आगे जाना हमारे लिए संभव नहीं है. मगर हम लोगों को बताना चाहते हैं कि हम पैदल दिल्ली की तरफ जाना चाहते हैं तो भी हमें जाने नहीं दिया जाता.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हमने जो प्रस्ताव दिया है वह यह है कि या तो आप 'जत्थे' को शांतिपूर्वक दिल्ली जाने दें या बातचीत करें. उन्होंने हमसे ज्ञापन मांगा है. हम ज्ञापन को व्हाट्सएप के जरिए एसपी अंबाला को भेजेंगे. अगर उनका पत्र देर रात आता है, तो हमारे दरवाजे बातचीत के लिए खुले हैं. सभी नेताओं से चर्चा करने के बाद, हम आपको अगले कदमों के बारे में सूचित करेंगे."
किसानों की ओर से आज के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च स्थगित किए जाने पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "दोनों मंचों ने आज के 'जत्थे' को वापस बुला लिया है. कई लोग घायल हुए हैं. उन्हें (आंसू) गैस का सामना करना पड़ा है. बहुत नुकसान हुआ है."
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "वे (पुलिस) हमें (दिल्ली) जाने नहीं देंगे. किसान नेता घायल हो गए हैं, हम आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक करेंगे."
शंभू बॉर्डर पर 101 किसानों का जत्था जो दिल्ली की तरफ पैदल कूच की कोशिश कर रहा था वापस चला गया है. अब मीटिंग करके कल के बारे में रणनीति बताई जाएगी. हालांकि दूसरे किसान अब भी पुलिस के नजदीक हैं.
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हमने पुलिस से शांतिपूर्वक अपील की है कि हमें आगे जाने दिया जाए. मैंने अंबाला एसपी से अपील की है कि या तो वे हमसे बात करें या हमें शांतिपूर्वक आगे जाने दें. हम दूसरे देश के लोग नहीं हैं. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए कि हम दुश्मन देश से हैं."
शिवराज सिंह चौहान ने सदन में कहा, "मैं आपके माध्यम से सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसानों की सारी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जाएगी. यह मोदी सरकार है और मोदी की गारंटी को पूरा करने की गारंटी है."
101 किसानों के एक जत्थे ने अपने विरोध स्थल से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया, लेकिन उन्हें कुछ मीटर की दूरी पर बहुस्तरीय बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया. हरियाणा पुलिस ने किसानों से आगे न बढ़ने को कहा और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला दिया.
कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि किसानों के साथ बातचीत के लिए दरवाजे खुले हैं; अगर वे बुलाते हैं तो हम उनसे मिलने को तैयार हैं.
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हमें शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर जाने दिया जाए या फिर हमारी मांगों पर हमसे बात की जाए. किसानों की तरफ से बातचीत के दरवाजे खुले हैं. हम कहते रहे हैं कि अगर सरकार बात करना चाहती है तो हमें केंद्र सरकार या हरियाणा या पंजाब के सीएम ऑफिस का पत्र दिखाए. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार हमारी मांगें मान ले. उन्हें हमें दिल्ली में प्रदर्शन करने के लिए जगह देनी चाहिए. अंबाला में इंटरनेट सेवाएं बहाल करनी चाहिए. या तो हमें दिल्ली जाने दिया जाए या फिर हमसे बात की जाए."
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया. किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है.
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता ने कहा, "जो भी दिल्ली जा रहे हैं वो परमिशन लेके तो नहीं जा रहा हैं. हमारा राज्य सरकार से कोई लेनादेना नहीं है.|
समाजवादी पार्टी सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, "किसानों की मांग जायज है. किसान देश की आत्मा हैं... जब तक किसान खुशहाल नहीं होगा, तब तक देश खुशहाल नहीं हो सकता...अगर किसान अपनी जायज मांगों को लेकर केंद्र सरकार के पास आना चाहते हैं, तो उन्हें रोकना नहीं चाहिए. उनकी बात सुननी चाहिए."
किसान कंटीले तारों को रास्ते से हटा रहे हैं ताकि वे अपनी गाड़ियों को वहां ला सकें. किसानों को कहना है कि हरियाणा सरकार हमें न रोके, हमारी लड़ाई केंद्र सरकार से हैं. किसानों रास्तों पर लगे लोहे की कीलों को हटा दिया गया है.
किसान ने पुलिस की ओर से लगाए गए केंटीले तार को रास्ते से हटा दिया है. शंभू बॉर्डर पर फिलहाल पुलिस और किसान आमने-सामने हैं.
शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने आसूं गैस के गोले दागे हैं. पुलिस किसानों पीछे हटाना चाह रही है. किसान बैरिकेड हटाकर जाना चाह रही है, जिसके बाद पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले बरसा रही है.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ ने कहा, "किसानों को आकर बात करनी चाहिए. हमारे दरवाजे उनके लिए खुले हैं या अगर वे हमें आमंत्रित करेंगे तो हम उनके पास जाने के लिए भी तैयार हैं... पीएम मोदी ने 2014 से 2024 तक किसानों के लिए काम किया है. वह चाहते हैं कि किसान खुश और समृद्ध हों.''
शंभू सीमा पर एक पुलिस अधिकारी कहते हैं, "उन्हें (किसानों को) हरियाणा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. अंबाला प्रशासन ने बीएनएसएस की धारा 163 लगा दी है."
किसानों के विरोध पर कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, "सरकार ने किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देने का वादा किया था, लेकिन पंजाब में हालात ऐसे हैं कि धान की खरीद भी नहीं हो रही है. सरकार अपनी बात से मुकर गई है. यहां तक कि उपराष्ट्रपति ने इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है. यह सरकार जो कहती है वह करती नहीं है, इसलिए किसान आंदोलित हैं.''
राज्यसभा में कृषि मंत्री ने कहा, "हमने एमएसपी पर फसलें खरीदी है. हमने फसलों पर एमएसपी भी बढ़ाई है. हम किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे."
फिलहाल 101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर पर खड़ा है. पुलिस अधिकारी उन्हें लगातार समझाने में जुटी है. मैन हाइवे पर भी कई किसान पहुंचे हुए हैं.
राज्यसभा में सभापति ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की है. उन्होंने कहा, "शिवराज सिंह चौहान देश के लाडले हैं और वे किसानों के भी लाडले बनेंगे.
पुलिस के बैरिकेड के ऊपर किसान चढ़े हुए हैं. किसान पुलिस के पास पहुंचे हुए. पुलिस किसान पर स्प्रे कर रही है, ताकि कोई भी किसान जाली से कूदकर पार न कर पाएं.
पंजाब और हरियाणा सीमा पर शंभू सीमा का ड्रोन से वीडियो लिया गया है, जहां पुलिस ने किसानों को रोक दिया है. किसान दिल्ली चलो मार्च के हिस्से के रूप में राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने की योजना बना रहे हैं.
किसानों ने अपना दिल्ली चलो मार्च शुरू किया.पंजाब और हरियाणा का शंभुबॉर्डर पर उनका विरोध स्थल है. किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यसभा में कहा कि सभी कृषि उपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा, यह मोदी सरकार की गारंटी है.
अंबाला में निषेधाज्ञा लागू होने के बीच 101 किसानों के जत्थे ने शंभू बॉर्डर से पैदल मार्च शुरू किया. शंभू बॉर्डर से पहले कई सिक्योरिटी लेयर बनाया गया है.
अलग-अलग मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली की ओर जाने से शंभू बॉर्डर पर रोक दिया गया है. इस दौरान किसानों के प्रदर्शऩ करने का वीडियो सामने आया है. किसान बैरिकेड को हटाकर जाने लगे.
ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर किसानों और पुलिसकर्मियों में धक्का-मुक्की भी हुई है. इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया.
बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा, "किसान पहले इजाजत लें और फिर दिल्ली जाएं. एक साल से आम आदमी पार्टी की सरकार ने किसानों को धरना पर बैठाकर रखा है."
101 किसानों का जत्था शंभू बॉर्डर के पास पहुंच चुका है और इंतजार कर रहा है कि पुलिस उन्हें रास्ता दे. किसानों को रोकने के लिए दीवार बनाई गई है.
ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर दिल्ली चलो मार्च निकाल रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
किसान आंदोलन को देखते हुए अंबाला इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद की गई. अंबाला के अधिकार क्षेत्र में आने वाले गांवों डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू के क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद रहेगा.
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ''सरकार को किसानों की मांगों को समझना चाहिए और सुनना चाहिए. सरकार को किसानों को झूठी उम्मीदें नहीं देनी चाहिए.''
शंभू बॉर्डर के दृश्य, जहां से किसान आज दोपहर 1 बजे दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे.
दिल्ली कूच से पहले शंभू बॉर्डर पर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी किए गए वीडियो में किसानों का एक समूह नारे लगाता हुआ दिखाई दे रहा है.
शंभू बॉर्डर से किसान आज दोपहर 1 बजे दिल्ली की ओर मार्च शुरू करेंगे. 101 किसानों का जत्था आज दिल्ली कूच करेगा.
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, ''दिल्ली बॉर्डर पर 700 किसानों के जान देने के बाद कृषि मंत्री और किसानों के बीच समझौता हुआ. न्यूनतम समर्थन मूल्य की संवैधानिक गारंटी नहीं दी गई है. ये वादाखिलाफी है...ये मांगें उत्तर प्रदेश से जो किसान दिल्ली आना चाहते हैं वो जायज हैं...सरकार को किसानों की सभी मांगें पूरी करनी चाहिए''
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर कहते हैं, ''केंद्र और राज्य सरकारों ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्हें किसानों के ट्रैक्टरों पर दिल्ली की ओर बढ़ने से समस्या है. 100 किसानों का एक समूह शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर बढ़ेगा.
गुरुवार को पंजाब के डीआईजी (पटियाला रेंज) मंदीप सिंह सिद्धू और एसएसपी (पटियाला) नानक सिंह ने शंभू सीमा पर पंधेर और सुरजीत सिंह से मुलाकात की थी. सिद्धू ने कहा कि किसानों ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि वे शांति बनाए रखेंगे और मार्च में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर नहीं आएंगे.
एसकेएम नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बृहस्पतिवार को खनौरी सीमा बिंदु पर अपना आमरण अनशन जारी रखा. कृषक संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अलावा, किसान कृषि ऋण माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी न करने, पुलिस मामलों की वापसी और 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए ‘‘न्याय’’ की मांग कर रहे हैं. भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना भी उनकी दो मांगें हैं.
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, :यह पंजाब-हरियाणा सीमा की तरह नहीं दिखता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र की तरह लग रहा है. अगर उनका बस चले तो वे यहां से एक चिड़िया को भी गुजरने की इजाजत नहीं देंगे. वे हमारे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे हम किसी दुश्मन देश के नागरिक हैं, जबकि हम इस भूमि के नागरिक हैं जो अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च करना चाहते हैं."
- हिंदी न्यूज़
- न्यूज़
- Farmers Protest Live: किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस कर रही राजनीति, बोले हरियाणा सीएम सैनी