Nabarangpur Murder: ओडिशा में कुछ हफ्तों तक खामोशी के बाद नक्सलियों ने आतंक फिर शुरू हो गया है. नबरंगपुर जिले में पेड़ काटकर जंगल उजाड़ने की सजा के तौर पर नक्सलियों ने गोली मारकर एक शख्स की हत्या कर दी. मृतक शख्स की पहचान नारायण नागेश के रूप में हुई है, जो लक्ष्मीपुर गांव का रहने वाला था. शुक्रवार की रात को नक्सलियों ने नागेश को गोली मार दी है.


जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों के एक समूह ने नागेश को उसके घर से उठा लिया था और बाद में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी. इस हत्या से क्षेत्र के अन्य ग्रामीणों में फिर से दहशत फैल गई है.


मृतक के परिजनों को धमका रहे नक्सली
एक पोस्टर में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के मैनपुर-नुआपाड़ा डिवीजन ने जिक्र किया है कि नागेश कुछ वन विभाग के अधिकारियों के साथ पेड़ों को काटने और लोगों के पुनर्वास के लिए भूमि बनाने में शामिल था. पोस्टर में लिखा था कि साल 2010 से ही नागेश ऐसी गतिविधियों में शामिल था और उसे इस अपराध के लिए दंडित किया गया है. इसके अलावा, नक्सलियों ने मृतक शख्स के परिवार के कुछ अन्य सदस्यों को भी धमकी दी है. साथ ही, यह आरोप लगाया गया था कि नक्सलियों ने नागेश को चेतावनी दी थी कि क्षेत्र में जंगलों को नष्ट करने वाली गतिविधियों में शामिल न हों.


तीन हफ्ते पहले भी हो हुई थी हत्या
इससे पहले, 24 फरवरी को नबरंगपुर जिले में नक्सलियों ने एक शख्स की हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया था कि मृतक शख्स का नाम चंदन मलिक था और उसकी उम्र 42 साल थी. नक्सलियों ने चंदन को जबरन उसके घर से उठाकर जंगल में ले जाकर गला रेत दिया. शव के पास एक पर्चा छोड़ा, जिसमें लिखा था कि इस मौत के जिम्मेदार नबरंगपुर के पुलिस अधीक्षक, छत्तीसगढ़ पुलिस और खुफिया विभाग हैं. यह शख्स हमारी (नक्सलियों) गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचना दे रहा था, इसके लिए उसे चेतावनी भी दी गई थी. वह पुलिस मुखबिर के रूप में काम करता रहा, इसलिए मारा गया.


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