Goa Crime News: गोवा के पणजी से एक अपहरण की घटना सामने आई है. जहां फिरौती के लिए हैदराबाद के दो लोगों को बंधक बनाया गया. इस मामले में गोवा पुलिस ने दोनों पीड़ितों को बचाया और 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपी दोनों के परिजनों से फिरौती की डिमांड कर रहा था.


उत्तरी गोवा के एसपी निधिन वलसन ने शनिवार शाम मीडिया को बताया कि हैदराबाद पुलिस ने दोनों को बंधक बनाने की जानकारी शेयर की थी. जानकारी के आधार पर गोवा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पीड़ितों को छुड़ाया. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस मामले में  हैदराबाद में एफआईआर दर्ज की गई थी.


तीन करोड़ की फिरौती का है मामला


एसपी निधिन वलसन ने बताया कि दोनों को कार्यदाता के साथ एक विवाद के बाद कथित तौर पर बंधक बना लिया गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी का शिकायतकर्ता जयराम कुमार के साथ खनन गतिविधियों को लेकर कुछ विवाद था. अधिकारी ने कहा कि उन लोगों ने दो कर्मचारियों को गोवा बुलाया और उन्हें बंधक बना लिया. साथ ही उनको रिहा करने के नाम पर 3 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने लगे.


पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़ी होने की जांच की जा रही


हैदराबाद पुलिस से जानकारी मिलने पर गोवा पुलिस ने साथ मिलकर एक टीम गठित की. टीम ने आरोपी को पणजी के पास बम्बोलिम इलाके से धर दबोचा. एसपी ने कहा कि मामले के मुख्य आरोपी के बैन किए गए संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े होने की भी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि पूछताछ के लिए सभी आरोपियों को हैदराबाद पुलिस को सौंप दिया जाएगा.


इस मामले में बम्बोलिम इलाके से पकड़े गए एक आरोपी अल्ताफ शाह सैयद के पीएफआई नामक एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़े होने का संदेह है. अन्य आरोपियों में संगुएम के सुनील नायक, शांतिनगर, पोंडा के निखिल पटेल, मडगांव के शफीउल्ला, सवोरडेम के जफर सादिक शेख हसन, मौपसा के सागर और पोरवोरिम के निशांत शामिल हैं. हैदराबाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 347, 387 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है.


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