नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक ओला कैब ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक डॉक्टर का किडनैप कर लिया. दरअसल आरोपी टैक्सी ड्राइवर ओला कंपनी से पांच करोड़ की फिरौती मांगना चाहता था और इसीलिए उसने ओला कैब में बैठने के बाद डॉक्टर को अगवा कर लिया था.


पुलिस एनकाउंटर में एक बदमाश को लगी गोली


दिल्ली के मेट्रो हॉस्पिटल के डॉक्टर श्रीकांत गौड़ अपहरणकर्ताओं की चंगुल से 13 दिन बाद बच पाने में कामयाब हो गए हैं. दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर के बाद अगवा डॉक्टर को मेरठ से बरामद कर लिया है. आरोपी ड्राइवर ने अगवा करके श्रीकांत को मेरठ के परतापुर इलाके में रखा था. पुलिस एनकाउंटर में एक बदमाश को गोली भी लगी है.


6 जुलाई की रात श्रीकांत ने बुक की थी ओला कैब


डॉक्टर श्रीकांत ने 6 जुलाई की रात साढ़े 11 बजे दिल्ली के प्रीत विहार से ओला कैब बुक की थी. कैब ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें अगवा कर लिया और यूपी के मेरठ लेकर आ गए. डॉक्टर श्रीकान्त को मेरठ के शताब्दी नगर के एक घर में बंधक बनाकर रखा.


ओला कंपनी पर भी उठ रहे हैं सवाल


इस वारदात के बाद ओला कैब पर भी सवाल उठ रहे हैं. कि आखिर बिना कागजों के वैरिफिकेशन के कैब ड्राइवर को कैसे नौकरी पर रख लिया. पुलिस ने एनकाउंटर के बाद चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है. अब पुलिस इस जांच में जुटी है कि आखिरकार और कौन कौन इनके गिरोह में शामिल था. पुलिस ओला कैब की लापरवाही की भी जांच करेगी.


क्या है ओला कैब ?


ओला एक कैब एग्रीग्रेटर है, जो ग्राहकों और कैब ड्राइवरों के बीच कड़ी का काम करती है. यानि कोई ड्राइवर अपनी गाड़ी यहां रजिस्टर करवाकर लोगों को कैब की सुविधा दे सकता है.