Gangsters Of Punjab: पंजाब में हत्याओं का इतिहास काफी पुराना रहा है, लेकिन जब पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या की गई तो पूरी दुनिया की नजर इस पर गई. बचपन से ही गन कल्चर को देखकर और उससे आकर्षित होकर बड़े हुए लॉरेंस बिश्नोई जैसे गैंगस्टर आज पूरे पंजाब में दहशत का दूसरा नाम बन चुके हैं. इन गैंगस्टर्स ने ऐसा बदलापुर शुरू किया है कि उससे कई और लोगों का खून बहना तय माना जा रहा है. मूसेवाला के मर्डर के बाद अब बिश्नोई गैंग के विरोधी बदला लेने के लिए घूम रहे हैं और शूटर्स भी तैयार कर रहे हैं. आज हम आपको लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग की पूरी कहानी बताएंगे, साथ ही बताएंगे कि कैसे अब इन दो खूंखार गैंग्स के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो चुकी है. 


दरअसल ये खेल तब शुरू होता है जब किसी एक गैंग के करीबी की हत्या की जाती है. उसके बाद दूसरा गैंग बदला लेने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार होता है. सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले भी यही सब हुआ. यानी मूसेवाला की हत्या भी बदले के तौर पर की गई थी, जिसे जेल में बैठे लॉरेंस बिश्नोई और उसका गैंग चला रहे चचेरे भाई सचिन बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने अंजाम दिया था. लंबे वक्त से ये लोग मूसेवाला की हत्या की साजिश रच रहे थे और मौका देखते ही उन्होंने इस बड़े हत्याकांड को अंजाम दे दिया. 


क्यों हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या?
इस बात को कम ही लोग जानते हैं कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या लॉरेंस बिश्नोई ने क्यों करवाई थी. इसका जवाब इस खूंखार गैंगस्टर ने एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर दिया. एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बिश्नोई ने आरोप लगाया कि उसके करीबी दोस्त विक्की मिड्डूखेड़ा, गुरलाल बराड़ और संदीप हत्याकांड में मूसेवाला का हाथ था. उसने कहा कि मूसेवाला ने उन लोगों को ताकत दी, जो इन तीनों की हत्या में शामिल थे. इसके अलावा बिश्नोई ने कहा कि मूसेवाला पंजाब में लगातार अपनी ताकत बढ़ा रहा था, जिसका इस्तेमाल वो उसकी गैंग के खिलाफ कर रहा था. 


बता दें कि विक्की मिड्डूखेड़ा को लॉरेंस बिश्नोई अपने बड़े भाई की तरह मानता था. उसका कहना है कि वही उसे स्टूडेंट पॉलिटिक्स में लाया था. जेल में भी जब बिश्नोई को परेशानी होती थी तो विक्की उसे हर तरह से मदद करता था. उसके अलावा गुरलाल बराड़ और संदीप भी उसके काफी करीबी थे. इन सभी की हत्याएं बिश्नोई के विरोधी गैंग्स ने कीं. इन हत्याओं के बाद से ही पंजाब में असली बदलापुर शुरू हो गया, जिसका नतीजा मूसेवाला की हत्या के तौर पर सामने आया. 


अब वर्चस्व की लड़ाई शुरू
मूसेवाला की हत्या के बाद से अब लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो चुकी है. अपने करीबियों की हत्याओं का बदला लेकर बिश्नोई गैंग ने ये साबित कर दिया कि वो किसी भी हद तक गुजर सकते हैं और अपने विरोधियों पर हर बार तीखा वार कर सकते हैं. वहीं अब बंबीहा गैंग किसी ऐसे कांड की तैयारी कर रहा है, जिससे उसका खत्म हुआ वर्चस्व फिर से लौट आए. इसके लिए मूसेवाला की हत्या के बाद से ही तैयारी शुरू हो चुकी है. 


बब्बू मान और मनकीरत औलख की हत्या का प्लान
जैसा कि हमने पहले ही आपको बताया था कि दो खतरनाक गैंग के बीच चल रही इस जंग का नतीजा खूनी हो सकता है... मूसेवाला का बदला लेने के लिए अब उन पंजाबी सिंगर्स को टारगेट करने की कोशिश हो रही है, जो बिश्नोई गैंग के करीबी माने जाते हैं. पंजाब पुलिस ने ऐसे चार शूटर्स को गिरफ्तार किया है जो पंजाबी सिंगर्स बब्बू मान और मनकीरत औलख की हत्या का प्लान कर रहे थे. इन्हें एके-47 से दोनों सिंगर्स को उड़ाने के निर्देश दिए गए थे. ये चारों बंबीहा गैंग के शूटर्स हैं. बंबीहा गैंग पहले ही खुला ऐलान कर चुका है कि वो मूसेवाला की हत्या का बदला लेकर रहेंगे. 


नीरज बवाना भी तैयारी में 
बंबीहा गैंग के अलावा एक और बड़ा गैंगस्टर है, जो पंजाब में अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए कुछ बड़ा कर सकता है. इस खूंखार गैंगस्टर का नाम नीरज बवाना है. नीरज बवाना गैंग ने भी मूसेवाला की हत्या का बदला लेने का ऐलान किया था. बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई की ही तरह नीरज बवाना भी कई सालों से जेल में बंद है. उसकी गैंग में भी कई शातिर शूटर्स शामिल हैं, ये गैंगस्टर भी जेल के अंदर से ही हत्याएं और कई तरह के अपराध को अंजाम देता है. 


तो चलता रहेगा ये बदलापुर?
यानी कुल मिलाकर मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग की जो दहशत पूरे देश में फैली है, उसे कम करने के लिए उसके विरोधी गैंग कुछ बड़ा करने की तैयारी में जुटे हैं. जो नेम और फेम लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ को मिल रहा है वो बंबीहा गैंग और नीरज बवाना जैसे गैंगस्टर को काफी वक्त से खटक रहा है. जो भी गैंग पहले बदला लेगा, उसकी तूती पंजाब में फिर से बोलने लगेगी. वहीं अगर ऐसा कुछ होता है तो फिलहाल सबसे मजबूत बिश्नोई गैंग भी चुप नहीं बैठेगा. यानी खून से बदला लेने की सनक पंजाब में गैंगवार तक करा सकती है. ये तमाम गैंगस्टर क्या खूनी खेल खेलेंगे ये किसी को नहीं पता. 


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