Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली शराब नीति में हुए कथित घोटाले के आरोप में गिरफ्तार हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. ईडी की जांच में गोवा कार्टेल से जुड़े अहम सबूत मिले हैं. सूत्रों के मुताबिक 2022 में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 40 में से 13 उम्मीदवारों ने कैश के लेन-देन की बात स्वीकार की है.


जांच के मुताबिक शराब नीति से मिली रिश्वत में से 45 करोड़ रुपये गोवा भेजे गए थे. इन पैसों की कैश ट्रेल ईडी को मिली है. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के अलावा कई बिचौलियों से भी ईडी को अहम सबूत मिले हैं.


केजरीवाल की गिरफ्तारी से बढ़ी मुश्किलें


ईडी लंबे समय से दिल्ली शराब नीति में हुए कथित घोटाले की जांच कर रही है. इस मामले में मनीष सिसोदिया और संजय जैन लंबे समय से जेल में बंद हैं. गुरुवार (21 जनवरी) की रात ईडी ने केजरीवाल से 2 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.


ईडी ने मांगी केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड

अरविंद केजरीवाल के साथ पूछताछ के लिए ईडी ने 10 दिन की रिमांड मांगी है. उनके ऊपर शराब नीति में हुए कथित भ्रष्टाचार रचने का आरोप है. ईडी ने उन्हें इस मामले का किंगपिन बताया है. गुरुवार को केजरीवाल को गिरफ्तार करने से पहले ईडी की ओर से उन्हें 2 नवंबर, 22 दिसंबर, 3 जनवरी, 18 जनवरी, 2 फरवरी, 19 फरवरी, 27 फरवरी, 4 मार्च और 21 मार्च को 9 समन जारी किए थे. इन सभी को सीएम केजरीवाल ने अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया था. 


कितने का हुआ घोटाला?

ईडी ने कोर्ट में कहा कि इस पूरे घोटाले में 100 करोड़ से ज्यादा कमाई की गई है. केजरीवाल का सारा काम विजय नायर ने किया. आरोप है कि केजरीवाल अपने पिता को दिल्ली में शराब कारोबार का चेहरा बनाना चाहते थे. जांच एजेंसी के अनुसार दिल्ली में नई शराब नीति को लागू कराने के लिए आम आदमी पार्टी को दक्षिण के व्यापारियों और राजनेताओं के एक ग्रुप की तरफ से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली थी. केजरीवाल से पहले इस मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया. राज्यसभा सांसद संजय सिंह, बीआरएस की वरिष्ठ नेता के कविता को गिरफ्तार किया जा चुका है.


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