Ganapath Review In Hindi: यार ये लोग कुछ नया क्यों नहीं बनाते...फिर से वही घिसी पिटी कहानी. अरे यार हीरो कितनी बार 100 गुंडों को मारेगा. हमारी अक्सर बॉलीवुड से ये शिकायत रहती है और आजकल साउथ वालों से भी शिकायत बढ़ती जा रही है. गणपत का ट्रेलर देखकर आपको भी अगर लगा था कि ये यार ये कुछ खास नहीं होगी तो आप गलत हैं. गणपत कुछ नया करने की कोशिश करती है और इस कोशिश में कामयाब भी होती है. और इसके लिए सबसे पहले तो इस फिल्म को प्रोड्यूस करने वाले पूजा एंटरटेनमेंट की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने हिम्मत दिखाई और रिस्क लिया और ये रिस्क काफी हद तक कामयाब हुआ है. ये फिल्म शायद सबको पसंद न आए. ये सबके लिए नहीं है लेकिन ये एक नए तरह का एक्सपेरिमेंट है और यही इस फिल्म की खूबी भी है और खामी भी.


कहानी 
यहां 2 दुनिया हैं, अमीर और गरीब. ये कहानी है गुड्डू की जो अमीरों की दुनिया में रहता है और उसका काम है एक डॉन के लिए फाइटर ढूंढना लेकिन फिर वो डॉन उसे ही जिंदा दफनाने का हुक्म देता है. इसके बाद गुड्डू किसी तरह से गरीबों की एक अलग ही दुनिया में चला जाता है और वहां वो एक मिशन पर निकलता है. अपने लोगों को बचाने का मिशन, अमीरों से बचाने का मिशन. उसे इन लोगों को दालिनी नाम की एक खतरनाक ताकत से बचाना है. कहानी कोई बहुत महान नहीं है लेकिन जिस ट्रीटमेंट के साथ दिखाई गई है वो अलग और मजेदार है और थिएटर में जाकर देखी जा सकती है. 


कैसी है फिल्म
ये फिल्म एक्शन और एंटरटेनमेंट को एक नए लेवल पर ले जाती है. टाइगर की एंट्री कमाल की है. फिल्म शुरू से ही आपको बांध लेती है और आपको इंतजार रहता है कि आगे क्या होगा. फिल्म में हर कुछ टाइम के बाद कोई ना कोई ऐसा सीन आता है जो आपको हैरान करता है और जो देखकर आपको लगता है कि क्या ये वाकई बॉलीवुड फिल्म है. टाइगर और कृति की केमिस्ट्री काफी अच्छी लगती है. दोनों कई सीन्स में साथ में काफी क्यूट लगते हैं. ये फिल्म बच्चों को खूब पसंद आने वाली है. कुछ नया देखना चाहते हैं, कुछ एक्सपेरिमेंटल देखना चाहते हैं तो गणपत को जरूर देख सकते हैं.


एक्टिंग
टाइगर अब इतना एक्शन कर चुके हैं कि लगता है और नया क्या करेंगे लेकिन यहां वो कुछ नया एक्शन करते हैं. टाइगर के ट्रेनिंग सीक्वेंस जबरदस्त हैं. कई सीन काफी ग्रैंड है और देखकर मजा आ जाता है. फाइट वाले सीन काफी मजेदार हैं. कृति सेनन को देखकर मजा आ जाता है. एक हीरोइन जब बाइक उड़ाती है, एक्शन करती है तो थिएटर में खूब सीटियां बजती हैं. कृति अब अपने रोल्स के साथ एक्सपेरिमेंट कर रही हैं और वो कामयाब भी हो रही हैं. हर रोल में वो डूब जाती हैं और उनपर सब सूट भी करता है. यहां भी ऐसा ही हुआ है. अमिताभ बच्चन का लुक काफी अलग है. उन्हें देखकर मजा आ जाता है और उनकी आवाज फिल्म को एक अलग ही फील देती है.


डायरेक्शन
विकास बहल ने फिल्म को डायरेक्ट किया है. वो क्वीन और सुपर 30 जैसी कमाल की फिल्में बना चुके हैं. यहां उन्होंने कुछ नया ट्राई किया है और वो कामयाब भी हुए हैं. फिल्म पर उनकी पकड़ बनी रहती है. वो ऐसा लगता है कि उन्होंने कुछ नया करने के लिए काफी मेहनत औऱ रिसर्च की है. 


म्यूजिक
फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक अच्छा है.. सलीम सुलेमान ने कमाल का काम किया है. फिल्म के मूड के हिसाब से म्यूजिक मजेदार है और कहीं भी फिल्म को स्लो नहीं करता. फिल्म का गाना हम आए हैं काफी प्यारा है और पहले से काफी पॉपुलर हो चुका है. टाइगर का एंट्री सॉन्ग सारा जमाना भी अच्छा लगता है. लफड़ा करले गाने में टाइगर और कृति की केमिस्ट्री काफी कमाल की लगती है. 


सिनेमेटोग्राफी
फिल्म को जिस तरह से शूट किया गया है वो आपको इंप्रेस करता है. जिस तरह से गणपत की दुनिया दिखाई गई है वो अलग लगती है और ग्रैंड भी.


कुल मिलकर ये एक अलग तरह की फिल्म है. इसे तारीफ भी मिलेगी और क्रिटिस्जम भी लेकिन नई कोशिश को सपोर्ट करना चाहिए क्योंकि तभी नया सिनेमा आएगा. 


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