Be Happy Review: जो फिल्म आपको हंसा दे या रुला दे वो दिल तक पहुंचती है और ये ऐसी ही फिल्म है. फिल्म का नाम है बी हैप्पी लेकिन इस फिल्म को देखते हुए आप सैड भी होंगे और आपको रुमाल की भी जरूर पड़ेगी. अभिषेक बच्चन ने एक बार फिर कमाल का काम किया है. वो लगातार अच्छा काम कर रहे हैं.

वो बात अलग है कि आप उनसे मिलकर इंटरव्यू में जब आप उनकी तारीफ करते हैं तो पता नहीं क्यों वो थोड़ा अलग तरह से रिएक्ट करते हैं. अपनी तारीफ को तारीफ की तरह नहीं लेते. इसलिए यहां ये लिखना जरूरी है कि अभिषेक आज के दौर के सबसे बेहतरीन एक्टर्स में से एक हैं और ये फिल्म इस बात को एक बार फिर से साबित करती है.

कहानी- ये कहानी एक पिता की है जो सिंगल फादर हैं. उनकी बेटी डांस रिएलिटी शो में जाना चाहती है. वहां फिनाले में डांस करना चाहती है, लेकिन ये पिता ऐसा नहीं चाहता क्योंकि इसके लिए ऊटी से मुंबई जाना होगा. आखिरकार बेटी की जिद के आगे पिता को झुकना पड़ता है और ना सिर्फ मुंबई जाना पड़ता है बल्कि बेटी के साथ डांस भी करना पड़ता है, लेकिन फिर इनकी जिंदगी में एक भूचाल आ जाता है. फिर क्या होता है, इसके लिए आपको अमेजन प्राइम पर ये फिल्म देखनी होगी.

कैसी है फिल्म- ये एक फैमिली फिल्म है जो पूरी फैमिली के साथ आप देख सकते हैं. ये फिल्म कहीं आपको बोर नहीं करेगी. इसमें एक बाप और बेटी का कनेक्शन दिखेगा जो आपको दिल को छू लेगा. बीच बीच में डांस सीक्वेंस आते हैं जो अच्छे हैं, म्यूजिक भी अच्छा है. कलाकारों का परफॉर्मेंस इसे फिल्म को और अच्छा बनाता है. ये फिल्म कई जगह पर आपको इमोशनल करती है और आपको रुमाल की जरूरत पड़ती है. इस फिल्म की कहानी ठीकठाक है लेकिन उसका ट्रीटमेंट और अभिषेक और उनकी बेटी बनी इनायत वर्मा का एक्टिंग इसे अलग लेवल पर ले जाती है.

एक्टिंग- अभिषेक बच्चन ने एक बार फिर कमाल का काम किया है. आई वॉन्ट टू टॉक में भी उनका काम कमाल था और यहां भी वो जबरदस्त काम कर गए हैं. इस रोल में वो पूरी तरह से फिट बैठते हैं. एक अड़ियल पिता जो अपनी बेटी को मुंबई नहीं जाने देता और फिर वही पिता अपनी बेटी के सपने को सच करने के लिए क्या कुछ करता है. अभिषेक आपको अपनी एक्टिंग से रुला देते हैं. 

इनायत वर्मा इस फिल्म की जान हैं. अभिषेक की बेटी के किरदार में उन्होंने कमाल का काम किया है. वो कभी आपको हंसाती हैं, कभी हैरान करती हैं और कभी रुलाती हैं. अभिषेक के ससुर के किरदार में नासर का काम काफी अच्छा है. नोरा फतेही को अभी एक्टिंग में काफी कुछ सीखना है. उनका एक डायलॉग है कि जो तुम्हारे पास है वो तुम दे सकते हो, जो तुम्हारे पास नहीं है वो तुम नहीं दे सकते, ये फिल्म देखकर लगा कि नोरा के पास अभी एक्टिंग नहीं है, इस रोल में उन्हें क्यों लिया गया ये समझ से बाहर है.

डायरेक्शन- रेमो डिसूजा ने फिल्म को डायरेक्ट किया है. उनका काम अच्छा है लेकिन अब रेमो को डांस से अलग भी कुछ बनाने की सोचना चाहिए. उन्होंने ये अच्छी फिल्म बनाई है. डांस और म्यूजिक भी अच्छा है लेकिन अब रेमो को ये भी दिखाना होगा कि वो किसी दूसरे सब्जेक्ट पर भी फिल्म बना सकते है.

कुल मिलाकर ये फिल्म देखने लायक है.

रेटिंग - 3 स्टार्स

और पढ़ें: Chhaava Box Office Collection Day 28: 'छावा' आज रचने जा रही इतिहास, थोड़ी देर में बन जाएगी बॉक्स ऑफिस की महारथी