Side Effects Of Multivitamin Suppliments: आजकल लोग बिना सोचे समझे मल्टी विटामिन्स का सेवन करने लगे हैं. कोरोना के बाद से ये काफी बढ़ा है. इम्यूनिटी मजबूत बनाने के लिए लोग मल्टीविटामिन का सहारा ले रहे हैं. इस बारे में अब एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस स्टडी से ऐसे लोगों की आंखें खुल जाएंगी जो जरा-जरा सी बात पर मल्टीविटामिन का सेवन करते हैं. दरअसल हाल ही में एक रिसर्च में सामने आया है कि विमामिन बी की ज्यादा मात्रा शरीर में फेफड़ों के कैंसर को बढ़ती है. करीब 70,000 से अधिक लोगों पर ये रिसर्च किया गया है. 


क्या है नई स्टडी


जर्नल ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (Journal of Clinical Oncology) में छपे एक शोध अध्ययन में पाया गया कि विटामिन बी 6 और बी 12 का ज्यादा उपयोग जो कि मल्टी विटामिन से प्राप्त किया जाता है पुरुषों में फेफड़ों के कैंसर के खतरे को 30% से 40% बढ़ा देता है. हालांकि रिसर्च में ये भी पाया गया है कि विटामिन बी 6, फोलेट और बी 12 के सप्लीमेंट महिलाओं के लिए इतने खतरनाक नहीं है. स्टडी में 10 साल की एवरेज सप्लीमेंट डोज का अध्ययन किया गया, जिसमें पाया गया है कि धूम्रपान करने वाले पुरुषों के लिए ये जोखिम और भी ज्यादा था. आपको बता दें ये स्टडी अमेरिका के नागरिकों पर की गई थी, जिसमें 50 से 76 साल के पुरुष और महिलाएं शामिल थे. 


लंग कैंसर क्यों है खतरनाक
वहीं डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 में फेफड़ों के कैंसर से करीब 20 लाख मौतें हुईं, जो उस साल कैंसर से की सबसे ज्यादा मौत थीं. इसी साल फेफड़ों के कैंसर के 2.21 मिलियन मामले सामने आए और  ब्रेस्ट कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सामने आए.


विटामिन बी के फायदे
आपको बता दें शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन बी बहुत जरूरी है. ये संक्रमण को रोकने, कोशिकाओं को बढ़ाने, लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने, एनर्जी बनाए रखने, विजन में सुधार लाने, दिमाग को हेल्दी रखने, पाचन को ठीक रखने और नर्व्स सिस्टम को हेल्दी बनाने में मदद करता है. 


विटामिन बी के स्रोत
विटामिन बी ज्यादातर पशु उत्पादों में पाया जाता है. जो लोग नॉनवेज नहीं खाते हैं उनके लिए विटामिन बी की कमी को पूरा करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में ज्यादातर लोग सप्लीमेंट्स के जरिए विटामिन बी की कमी को पूरा करते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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