World Sleep Day 2024: व्यक्ति अपनी दैनिक चर्या में कई महत्वपूर्ण कार्यों को करता है, जिसमें सांस लेना, भोजन करना, पानी पीना जैसी चीजों को जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक माना गया है. इन्हीं में एक है ‘नींद’. अन्य कामों की तरह नींद या सोना भी हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा है. इसलिए विज्ञान से लेकर शास्त्रों में इसके महत्व को समझाया गया है.


हर व्यक्ति के लिए सही समय पर सोना, जागना, सही दिशा में सोना जरूरी होता है. गलत दिशा या गलत समय पर सोना आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. इसलिए भविष्य पुराण, विष्णु पुराण से लेकर अनेक स्मृतियों में सोने के नियम और समय आदि के बारे में बताया गया है. साथ ही विज्ञान भी मानता है कि, गलत दिशा या गलत समय पर सोना शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. वर्ल्ड स्लीप डे के मौके पर आपको शास्त्रों के अनुसार सोने के नियमों के बारे में बताएंगे, जिसका पालन करने से आपका मन प्रसन्न रहेगा और सकारात्मक ऊर्जा, चेतना व आध्यात्मि उन्नति होगी.


वर्ल्ड स्लीप डे 2024 (World Sleep Day 2024)


सोने के नियमों को जानने से पहले आपको बता दें कि, नींद के महत्व को समझाने के लिए हर साल मार्च महीने के तीसरे शुक्रवार को विश्व नींद दिवस या वर्ल्ड स्लीप डे के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष वर्ल्ड स्लीप डे 15 मार्च 2024 को है.


सोने की दिशा ( Sleeping Direction)


उत्तरे पश्चिमे चैव न स्वपेद्धि कदाचन..
स्वप्रादायु: क्षयं याति ब्रह्महा पुरुषो भवेत.
न कुर्वीत तत: स्वप्रं शस्तं च पूर्व दक्षिणम.. (पद्म पुराण)


अर्थ: सोते समय सिर पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए. पश्चिम और उत्तर दिशा में मुंह करके नहीं सोना चाहिए. उत्तर और पश्चिम दिशा में सिर करके सोने से रोग बढ़ते हैं और आयु घटती है.


स्वगेहे प्राक्छिरा: सुप्याच्छ्वशुरे दक्षिणाशिरा:.
प्रत्यक्छिरा: प्रवासे तु नोदक्सुप्यात्कदाचन.. (आचारमयूख)


अर्थ: जब आप अपने घर पर सोएं तो सिर पूर्व दिशा की ओर रखें. अगर आप ससुराल में सोएं तो सिर दक्षिण दिशा की ओर रखें. वहीं जब आप किसी यात्रा या विदेश में सो रहे हों तो सोते समय अपना सिर पश्चिम दिशा की ओर रखें.


कैसी हो शय्या (Sleeping Rules)



  • विष्णु पुराण के अनुसार सोते समय शय्या का ध्यान रखना जरूरी होता है. टूटी हुई, बहुत बड़ी या बहुत छोटी, बहुत ऊंची, मैली या जंतुयुक्त शय्या नहीं होनी चाहिए. साथ ही हमेशा साफ बिछावन पर ही शयन करना चाहिए.

  • हिंदू शास्त्र में दरवाजे की ओर पैर करने सोना भी वर्जित होता है. इससे सेहत, समृद्धि को क्षति पहुंचती हैं.

  • वहीं आचारमयूख पुस्तक के अनुसार, जो लोग उत्तर दिशा को ओर पैर करके सोते हैं, उनके स्वास्थ्य, शांति, धन और आयु में वृद्धि होती है.


सोने का समय (Sleeping Time)



  • कभी भी सूर्यास्त के तुंरत बाद और गोधूलि बेला में नहीं सोना चाहिए.

  • रात्रि के पहले प्रहर में सोना सबसे अच्छा समय है. वहीं उठने के लिए ब्रह्म मुहूर्त को अच्छा माना गया है.

  • दिन का दूसरा प्रहर यानी सुबह 09 से दोपहर 12 बजे के बीच भी नहीं सोना चाहिए.


सोने का मंत्र (Sleeping Mantra)


वाराणस्यां दक्षिणे तु कुक्कुटो नाम वै द्विज:।
तस्य स्मरणमात्रेण दु:स्वपन: सुखदो भवेत्।।


या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥


अच्युतानन्त गोविन्द नामोच्चारणभेषजात्।
नश्यन्ति सकला: रोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम्।।


बेहतर नींद के लिए सोने से पहले हाथ-पांव धोकर इन मंत्रों का जाप करें.


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