Weekly Panchang 2023: अगस्त के महीना शुरू हो चुका है. 7 अगस्त 2023 से अगस्त के दूसरे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है और 13 अगस्त 2023 को इसका समापन होगा. ये सप्ताह व्रत-त्योहार के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसमें अधिकमास की परमा एकादशी, रवि प्रदोष व्रत आदि व्रत आएंगे. परमा एकादशी 3 साल में एक बार आती है, इसलिए इस एकादशी का महत्व कई गुना है. मान्यता है परमा एकादशी व्रत करने से कभी धन की समस्या नहीं आती.


7 अगस्त को धन, विलासता के प्रतिनिधी ग्रह शुक्र का कर्क राशि में गोचर होने वाला है.आइए जानते हैं ये 7 दिन कौन से त्योहार, व्रत, ग्रह परिवर्तन, शुभ योग होंगे.



साप्ताहिक पंचांग 7 अगस्त  - 13 अगस्त 2023, शुभ मुहूर्त, राहुकाल (Weekly Panchang 7 August - 13 August 2023)


7 अगस्त 2023 (Panchang 7 August 2023)



  • व्रत-त्योहार - सावन सोमवार व्रत

  • तिथि - सप्तमी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - सोमवार

  • नक्षत्र - अश्विनी

  • योग - शूल योग, रवि योग

  • राहुकाल - सुबह 07.26 - सुबह 09.06

  • ग्रह गोचर - शुक्र का कर्क राशि में गोचर


8 अगस्त 2023 (Panchang 8 August 2023)



  • व्रत-त्योहार - मंगला गौरी व्रत, कालाष्टमी

  • तिथि - अष्टमी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - मंगलवार

  • नक्षत्र - भरणी

  • योग - गण्ड, सर्वार्थ सिद्धि योग

  • राहुकाल - दोपहर 03.47 - शाम 05.27


9 अगस्त 2023 (Panchang 9 August 2023)



  • तिथि - नवमी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - बुधवार

  • नक्षत्र - कृत्तिका

  • योग - वृद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि

  • राहुकाल - दोपहर 12.26 - दोपहर 02.06


10 अगस्त 2023 (Panchang 10 August 2023)



  • तिथि - दशमी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - गुरुवार

  • नक्षत्र - रोहिणी

  • योग - ध्रुव

  • राहुकाल - दोपहर 02.06 - दोपहर 03.46


11 अगस्त 2023 (Panchang 11 August 2023)



  • तिथि - एकादशी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - शुक्रवार

  • नक्षत्र - मृगशिरा

  • योग - व्याघात

  • राहुकाल - सुबह 10.47 - दोपहर 12.26


12 अगस्त 2023 (Panchang 12 August 2023)



  • व्रत-त्योहार - परमा एकादशी व्रत

  • तिथि - एकादशी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - शनिवार

  • नक्षत्र - मृगशिरा

  • योग - हर्षण

  • राहुकाल - सुबह 09.07 - सुबह 10.47


13 अगस्त 2023 (Panchang 13 August 2023)



  • व्रत-त्योहार - रवि प्रदोष व्रत

  • तिथि - द्वादशी

  • पक्ष - कृष्ण

  • वार - रविवार

  • नक्षत्र - आद्रा

  • योग - वज्र

  • राहुकाल - शाम 05.24 - शाम 07.03


24 घंटे बाद आत्मा अपने घर क्यों आती है ?


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.