Surya Grahan 2023 Highlights: सूर्य पर लगा ग्रहण, केतु ने ग्रहों के राजा पर किया हमला, सूर्य ग्रहण पर न करें ये काम
Surya Grahan 2023 Highlights: 14 अक्टूबर को आज साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. आज शनि अमावस्या का भी शुभ संयोग बन रहा है. इस दिन किए गए दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है.
आज 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगा है. अब इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को लगेगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा.
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 08:34 पर लग चुका है और देर रात 02:25 पर ग्रहण समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण की अवधि 05 घंटे 51 मिनट की होगी. इस दौरान ग्रहण से जुड़े सभी नियमों का पालन करना होगा. हालांकि भारत में दिखाई न देने के कारण यहां ग्रहण का दुष्प्रभाव नहीं होगा.
सूर्य ग्रहण के समय एक रुपये का सिक्का अपने पूजा स्थल पर रख दें. इसके बाद भगवान सूर्य का स्मरण करें या मंत्रों का जाप करें. जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो स्नान करने के बाद इस सिक्के को गंगाजल से धोकर एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखें. इससे धन का अभाव दूर होता है.
पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन से निकले अमृत को भगवान विष्णु मोहिनी का रूप धारण कर सभी देवताओं को पिला रहे तो एक राक्षस भी चुपके से जाकर देवताओं की पंक्ति में बैठ गया और अमृतपान कर लिया. लेकिन चंद्रमा और सूर्यदेव ने देवताओं की पंक्ति में बैठे राक्षस को अमृतपान करते देख लिया और इस बारे में भगवान विष्णु को बता दिया. जैसे ही भगवान विष्णु को यह बात पता चली तो उन्होंने गुस्से से अपने सुदर्शन चक्र से राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया. इस राक्षस के सिर वाला भाग राहु और धड़ वाला भाग केतु कहलाया. इसलिए कहा जाता है कि, राहु-केतु दोनों एक ही राक्षस के शरीर से जन्मे हैं. इसी घटना के बाद से राहु और केतु समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा पर ग्रहण लगाते आ रहे हैं.
सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद दान जरूर करना चाहिए. इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव दूर हो जाता है. ज्योतिष के अनुसार, सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद गेहूं, चना, लाल वस्त्र, नमक, गुड़, रूई का दान करना चाहिए.
14 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण को ‘रिंग ऑफ फायर’ का नाम दिया गया है. इसमें आग के छल्ले के समान नजर आता है. लेकिन भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण रात्रिकाल में होने के कारण इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा. रिंग ऑफ फायर सूर्य ग्रहण को अमेरिका, बरूनी, समोआ, चीन, कंबोडिया, तिमोर, फिजी, जापान, सिंगापुर, मलेशिया, माइक्रोनेशिया, सोलोमन, पपुआ, न्यू गिनी, ताईवान, थाइलैंड, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण हिंद महासागर, इंडोनेशिया, फिलीपींस और दक्षिण पेसिफिक आदि में देखा जा सकेगा.
विज्ञान के अनुसार भले ही सूर्य ग्रहण को एक खगोलीय घटना माना जाता है. लेकिन पौराणिक धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के लिए राहु-केतु को जिम्मेदार माना गया है. राहु-केतु की चंद्र और सूर्य से दुश्मनी है. इसी के कारण समय-समय पर राहु-केतु चंद्र और सूर्य को ग्रसित करते हैं तभी सूर्य और चंद्र ग्रहण लगता है.
विज्ञान में ग्रहण को खगोलीय घटना माना जाता है. विज्ञान के अनुसार सूर्य ग्रहण तब लगता है, जब एक खगोल काय जैसे चंद्रमा अथवा ग्रह किसी अन्य खगोल काय की छाया के बीच आ जाता है.
यह सूर्यग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लग रहा है. यह सूर्यग्रहण वलयाकार यानी जिस देश में दिखेगा रिंग ऑफ फायर की तरह दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण की शुरुआत रात 8.34 पर होगी और समापन देर रात 02.25 पर होगा.
सूर्य ग्रहण की अवधि में ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम: मंत्र का निरंतर जाप करें या गायत्री मंत्र का जाप भी कर सकते हैं. ग्रहण काल में राहु के अशुभ प्रभाव बढ़ जाते हैं. इस उपाय से मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है और किसी तरह की आर्थिक हानि नहीं होती.
सूर्य ग्रहण के सूतक काल से ग्रहण की समाप्ति तक मानसिक पूजा करें, मंत्र साधना सबसे उत्तम है. सूतक काल में गर्भवती महिलाएं पेट पर गेरू लगाएं और अपने पास नारियल रखें. इस दौरान दूध का सेवन वर्जित है, तुलसी को न छुएं. पूजा और सामाजिक कार्य न करें.
हिंदू धर्म में सूर्य और चंद्र ग्रहण बहुत खास माने गए हैं. इसमें भगवान की पूजा, ठोस और तरल खाद्य पदार्थ खाना, भोजन पकाना, घर से बाहर निकलना, मांगलिक या शुभ कार्य और उससे संबंधित खरीदारी करने की मनाही है. ऐसा करने पर ग्रहण के अशुभ प्रभाव झेलने पड़ते हैं, भविष्य में परेशानियां आने लगती है.
- सूर्य ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलें. खासकर गर्भवती स्त्री को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
- सूतक काल शुरू होने से पहले खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता या कुश डाल दें.
- ग्रहण के दौरान अधिक से अधिक मंत्रों का जाप और देवी-देवताओं का स्मरण करें.
- ग्रहण के समापन पर स्नान करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान अशुभ प्रभाव से बचने के लिए सूर्य से संबंधित पाठ करना अच्छा माना गया है. ग्रहण काल में आदित्य हृदय स्त्रोत, सूर्यअष्टक स्त्रोत, का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा हनुमान चालीसा या फिर सुंदरकांड का पाठ करने से इसके अशुभ प्रभाव खत्म होते हैं.
सूर्य ग्रहण से मिथुन, तुला, वृश्चिक राशि वालों को अच्छा लाभ देगा. इस दिन बनने वाला त्रिग्रही योग से इन राशियों के जीवन में सुख, समृद्धि बढ़ेगी. समाज में मान-सम्मान मिलेगा. धन लाभ के नए स्त्रोत खुलेंगे.
ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को खाना पिना नहीं चाहिए. ग्रहण के समय कुछ भी खाना वर्जित होता है. इसीलिए इस बात विशेष ध्यान रखें और सूर्य ग्रहण पर खाने-पिने से परहेज रखें.
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ बातों का विशेष ख्याल रखने की जरुरत है. इस बात का ध्यान रखें ग्रहण के समय बाहर ना जाए, किसी भी नुकीली चीज को भल कर भी आग ना लगाएं.
वलयाकार सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है. ये नजारा तब नजर आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है. इसमें सूर्य आग के छल्ले के समान नजर आता है. इसे हम रिंग ऑफ फायर भी कहते हैं.
ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे या 9 घंटे पहले लगता है. इस काल में मांगलिक कार्य, पूजा पाठ नहीं होता है. मंदिरों के पट बंद हो जाते हैं. रात में होने के कारण यह भारत में नजर नहीं आएगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है. ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इस बात को जानना बेहद जरुरी है कि सूर्य ग्रहण दुनिया में कहीं भी लगे उसका असर दुनिया में हर जगह पड़ता है. ग्रहण में सूर्य प्रभावित होता है जिसका असर हमारे जीवन पर पड़ता है.
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत के समय अनुसार 14 अक्टूबर की रात 8:34 मिनट पर लगेगा. वहीं देर रात 2: 25 मिनट पर समाप्त होगा. मध्य समय होगा 11: 29 मिनट पर, इस दौरान ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 51 मिनट की रहेगी. इस बार सूर्य ग्रहण 14- 15 अक्टूबर दोनों ही दिन लगेगा.
साल का दूसरा ग्रहण आज कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगने जा रहा है. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण आज सर्वपितृ अमावस्या के दिन लगेगा. आज 16 दिन से चल रहे श्राद्ध पक्ष समाप्त हो जाएंगे.
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन इसे ऑनलाइन लाइव देखा जा सकता है. इसे आप वर्चुअल टेलीस्कोप के जरिए देख सकते हैं. इसके अलावा नासा की वेबसाइट और इसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जाकर सूर्य ग्रहण का लाइव कवरेज देखा जा सकता है.
आज के दिन कुछ उपाय करके सूर्य ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है. सूर्य ग्रहण के दौरान मन ही मन ईश्वर की आराधना करनी चाहिए. गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी लाभकारी होता है. ऐसा करने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव आप पर नहीं पड़ेगा. ग्रहण के दौरान एक नारियल पास में रखें और ग्रहण खत्म होने के बाद इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें. इससे ग्रहण का प्रभाव समाप्त हो जाता है.
आज लगने वाले ग्रहण के नकारात्मक परिणाम कई राशियों को झेलने पड़ सकते हैं. आज लगने वाला ग्रहण मेष, सिंह, कन्या और कुंभ राशि के लोगों के लिए अशुभ रहने वाला हैं. इन राशि के लोगों को शारीरिक, आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ सकता है. दुर्घटना के भी शिकार हो सकते हैं. इसलिए आपको विशेष सावधानी रखनी चाहिए.
माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं. इसलिए ग्रहण काल के दौरान बाहर जाने से बचना चाहिए. ग्रहण के समय ना तो कुछ भी खाना चाहिए और न ही बनाना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. नुकीली चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. आज अमावस्या भी है, इसलिए इस दिन सुनसान जगहों पर जाने से बचना चाहिए.
सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. इस दौरान पूजा-पाठ और किसी भी तरह के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. हालांकि आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेंटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरू, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पैराग्वे, ब्राजील और डोमिनिका जैसे देशों में दिखाई देगा. भारत में इसे नहीं देखा जा सकेगा.
आज शनिश्चरी अमावस्या भी है. शनिश्चरी अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का ये संयोग 100 साल के बाद बन रहा है. शनि दोष, शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति पाने के लिए यह दिन उत्तम माना जाता है. इस दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं.
आज लगने वाला सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास रहने वाला है. आज शनिवार के दिन लगने वाला यह ग्रहण रात में 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा.
आज साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहाहै. इस सूर्यग्रहण पर ‘रिंग ऑफ फायर’ देखने को मिलेगा. यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यह ग्रहण आज अमावस्या तिथि पर कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा. यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा.
बैकग्राउंड
Surya Grahan 2023 Highlights: विज्ञान में ग्रहण को एक खगोलीय लेकिन धर्म और ज्योतिष में इसे एक अशुभ घटना माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्रमा ग्रसित हो जाते हैं और इसकी नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है. आज 14 अक्टूबर 2023 को दूसरा और इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. आज शनि अमावस्या का भी खास संयोग बन रहा है. अश्विन मास की अमावस्या तिथि को लगने वाला सूर्य ग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा. यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा.
इस समय लगेगा सूर्य ग्रहण
आज शनिवार के दिन लगने वाला यह ग्रहण रात 8:34 से शुरू होगा और मध्य रात्रि 2:25 पर समाप्त होगा. यह सूर्य ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, और आर्कटिक जैसे देशों में देखा जा सकेगा. भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा. साल का दूसरा सूर्य ग्रहण उपच्छाया ग्रहण होगा जिस वजह से इसका प्रभाव भारत में नहीं रहेगा.
सूर्य ग्रहण का सूतक काल
हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार ग्रहण के सूतक काल का बड़ा महत्व होता है, इसलिए इस दौरान कुछ भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. हिंदू धर्म में ग्रहण का बड़ा महत्व है। खगोलीय और धार्मिक दोनों दृष्टियों से सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है,इसे ही सूर्य ग्रहण का नाम दिया गया है साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यही कारण है कि इस दौरान भारतीय भूभाग में सूतक काल मान्य नहीं होगा.
इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
इन ग्रहण के नकारात्मक परिणाम कई राशियों को झेलने पड़ सकते हैं. इनमें मेष, सिंह, कन्या और कुंभ राशि के लोग हैं. यह दोनों ग्रहण इन राशि वालों के लिए बहुत अशुभ रहने वाले हैं. इन राशि के लोगों के जीवन में कई मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. ग्रहण के प्रभाव से आपको जीवन में कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. इन राशि के जातकों को शारीरिक, आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ सकता है. आपके करियर में भी समस्याएं आ सकती हैं. साल के दोनों ग्रहण आपके लिए अच्छे नहीं रहने वाले हैं. इन राशि के जातकों को सूर्य और चंद्र ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी रखनी चाहिए.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -