Shiv Puran Lord Shiva Niti in Hindi: हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण हैं, जिसमें शिव पुराण सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला पुराण है. इसलिए यह बहुत ही चर्चित है. वहीं 18 पुराणों में शिव पुराण चौथे क्रम में है. इस पुराण की महत्ता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इसे देव तुल्य माना गया है. शैव मत संप्रदाय से संबंधित शिव पुराण में शिवजी के विभिन्न स्वरूप, ज्योतिर्लिंग, महिमा आदि का वर्णन किया गया है.


शिव पुराण में कुल सात संहिता हैं जिसमें विद्येश्वर संहिता भी एक है. विद्येश्वर संहिता में कुल 20 अध्याय है. इसके पहले अध्याय में ऋषि-मुनियों द्वारा कलयुग का वर्णन किया गया है. इसमें बताया गया है कि जब घोर कलयुग आएगा तब स्त्री-पुरुष कैसे होंगे? आइये जानते हैं इसके बारे में-


घोर कलयुग में कैसे होंगे पुरुष


जब घोर कलयुग आएगा तब मनुष्य पुण्य कर्म से दूर होकर दुराचार आदि जैसे कामों में फंस जाएंगे. सच कोई सुनना पसंद नहीं करेगा और दूसरों की निंदा में तत्पर होंगे. कलयुग में अनैतिक रूप से धन कमाने की होड़ होगी और पुरुषों का मन पराई स्त्रियों में आसक्त होगा. इतना ही नहीं लोग नास्तिक, मूर्ख और पशु बुद्धि रखने वाले हो जाएंगे. माता-पिता से द्वेष होगा.


घोर कलयुग में कैसी होंगी स्त्रियां


कलयुग काल में स्त्रियां भी आचरण और सदाचार को भूल भ्रष्ट हो जाएंगी. देवता समान पति का अपमान करने लगेंगी और रिश्तेदारों से द्वेष रखेगी. मलिन भोजन,कुत्सित हाव-भाव, बुरा शील स्वभाव और दूसरों की सेवा से विमुख रहेगी.


ऋषिमुनि कहते हैं- सूत जी! इस तरह जिनकी बुद्धि नष्ट हो जाए और जो अपने धर्म का त्याग कर दे, उन्हें पृथ्वीलोक और परलोक में उत्तम गति कैसे प्राप्त होगी? इस चिंता से हमारा मन हमेशा व्याकुल रहता है. संसार में तो परोपकार के समान दूसरा कोई धर्म नहीं है. अतः मनुष्यों के इन पापों का नाश हो कृपया इसके लिए कुछ उपाय बताएं. तब मुनियों की बात सुनकर सूत जी ने मन में भगवान शिव का स्मरण किया और सारे ऋषियों को शिव पुराण सुनाने का निश्चय किया.


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