Shani Margi 2021 in Capricorn: शनि ग्रह को न्याय और दंड का देवता माना जाता है. ये सभी देवी देवताओं और मानवों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. शनिदेव की चाल बहुत ही सुस्त होती है. इस लिए इनके प्रभाव, व्यक्तियों को लम्बे समय तक प्रभावित करते हैं. ज्योतिष गणना के अनुसार, शनि देव 23 मई 2021 से वक्री चाल से चल रहें हैं. अब इसके बाद शनिदेव कल यानी 11 अक्टूबर को मकर राशि में मार्गी होंगें. शनि जब मार्गी यानी सीधी चल से चलते हैं तो वे मजबूत स्थिति में होते हैं.



कहा जाता है कि शनिदेवता जब क्रोधित होते हैं तो उनका प्रभाव बहुत भयंकर होता है. कहा जाता है कि जब शनिदेव सूर्य की पत्नी छाया के गर्भ में थे, तब छाया ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की थी. वे काफी समय तक भूख-प्यास और गर्मी का सहन किया. जिसके फलस्वरूप शनिदेव जब पैदा हुए तो उनका रंग बहुत काला था. यह रंग देककर सूर्य को लगा कि यह मेरा पुत्र नही हो सकता है. इसकी वजह से सूर्य ने संदेह करते हुए छाया को अपमानित किया. इससे क्रोधित होकर शनिदेव ने अपने पिता सूर्य की ओर देखा तो सूर्य देव काले पड़ गए और उन्हें कुष्ठ रोग हो गया.


सूर्य अपनी यह दशा देखकर घबराए और भोलेनाथ के शरण में पहुंचे. तब भगवान शिव ने उन्हें उनकी गलती का एहसास कराया. इससे सूर्यदेव को बड़ा पश्चाताप हुआ और अपनी गलती के लिए क्षमा माँगा. तब जाकर उन्हें उनका मूल रूप में वापस मिला.