Sawan 2022 Shivling Puja: सावन में शिवलिंग की पूजा बहुत फलदायी मानी गई है क्योंकि इस माह शिव जी बहुत प्रसन्न रहते हैं. शिव का अर्थ है कल्याण और आनंद. शिव अनंत है. सावन में वैसे तो हर दिन महादेव की उपासना के लिए है लेकिन सोमवार का दिन विशेष तौर पर उत्तम माना गया है. सावन का तीसरा सोमवार 1 अगसत को है. शास्त्रों में भोलेनाथ की आराधना के लिए कुछ नियम बताए गए हैं. सही विधि और सही दिशा में बैठकर ही शिव पूजा का फल प्राप्त होता है. घर में शिवलिंग की पूजा करते समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए आइए जानते हैं.


किस दिशा में हो शिवलिंग की वेदी का मुख:


शिवलिंग घर में हो या मंदिर में इनकी वेदी का मुख हमेशा उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए. शिवलिंग में शिव और शक्ति दोनों विधमान है इसलिए जहां शिवलिंग होता है वहां में ऊर्जा का प्रभाव बहुत अधिक रहता है.


शिवलिंग की पूजा किस दिशा में बैठकर करें:



  • सावन का तीसरा सोमवार 1 अगस्त को है. शास्त्रों के अनुसार अगर आप सुबह के समय शिवलिंग का अभिषेक करते हैं तो अपना मुख पूर्व की ओर करके महादेव की उपासना

  • कुछ लोग शाम के वक्त भी शिवलिंग की पूजा करते है. ऐसे में अपना मुख पश्चिम दिशा की ओर रखें.

  • विशेष मनोकाम हेतु रात्रि में भी शिव की आराधना की जाती है. इस दौरान जातक को अपना मुख उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए. मंत्र जाप, पाठ करने के लिए पूर्व या उत्तर दिशा उत्तम मानी गई है.

  • भगवान शिव के बाएं अंग में देवी गौरी का स्थान है इसलिए ध्यान रहे कि कभी उत्तर दिशा में बैठकर शिव की पूजा न करें.

  • शिवलिंग से दक्षिण दिशा में बैठकर पूजन करने से मनोवांछित फल मिलता है.


ये सावधानियां भी रखें:



  • शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर कभी खड़े होकर जल न चढ़ाएं. बैठकर ही जल अर्पित करें. खड़े होकर जल अर्पित करने से पुण्य नहीं मिलता.

  • शिवलिंग की आधी परिक्रमा करने का विधान है क्योंकि जलधारा कभी लांघी नहीं जाती.


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