Paush Month Vrat Tyohar 2024: पौष माह 27 दिसंबर 2024 को शुरू होगा और इसका समाप्ति 26 जनवरी 2024 को होगी. पौष का महीना सूर्य और पितरों को पूजा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है. खासकर पौष माह के हर रविवार को व्रत रखकर सूर्य को अर्घ्य देने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है.


सूर्य की पूजा से इसका व्यापार, सेहत और परिवार में इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. पौष महीने में मकर संक्रांति, सफला एकादशी जैसे कई महत्वपूर्ण व्रत-त्योहार आएंगे. जानें पौष माह में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों की लिस्ट


पौष माह 2024 व्रत-त्योहार (Paush Month 2024 Vrat-Tyohar List)


28 दिसंबर 2023 - गुरु पुष्य योग


गुरु पुष्य योग में खरीदारी और मांगलिक कार्य करना शुभ माना जाता है. इससे मां लक्ष्मी घर में वास करती हैं.


30 दिसंबर 2023 - अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत


अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित है.इनकी आराधना से सुख-समृद्धि आती है और करियर में लाभ मिलता है.


7 जनवरी 2024 (रविवार) - सफला एकादशी


सफला एकादशी साल 2024 की पहली एकादशी होगी. एकादशी व्रत के प्रभाव से साधक पाप कर्मों से मुक्ति पाता है. अपने नाम स्वरूप ये व्रत हर कार्य में सफलता दिलाता है.


9 जनवरी 2024 (मंगलवार) - भौम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि


ये दोनों ही व्रत शिव जी को समर्पित है. इसके प्रताप से वैवाहिक सुख, धन, संपत्ति प्राप्त होती है और ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है.


11 जनवरी 2024 (गुरुवार) - पौष अमावस्या


हिंदू धर्म में पौष माह की अमावस्या का विशेष महत्व है. इस पूरे माह को छोटा पितृपक्ष भी कहा जाता है. अमावस्या तिथि पितरों के तर्पण के लिए खास मानी जाती है.


13 जनवरी 2024 (शनिवार) - पंचक शुरू


14 जनवरी 2024 (रविवार) - पौष विनायक चतुर्थी


15 जनवरी 2024 (सोमवार)- मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण


मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं और उत्तर दिशा की ओर गति करते हैं. इस दिन स्नान-दान से स्वर्ग की प्राप्ति होती है.


17 जनवरी 2024 (मंगलवार) - गुरु गोबिंद सिंह जयंती


इस दिन सिखों के आखिरी और दसवें गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था. इन्होंने ही धर्म की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी.


21 जनवरी 2024 (रविवार) - पौष पुत्रदा एकादशी, वैकुंण एकादशी


पौष पुत्रदा एकादशी  व्रत को करने से संतान संबंधी समस्याएं खत्म हो जाती है. निसंतान दंपत्ति को योग्य संतान प्राप्त होती है.


23 जनवरी 2024 (मंगलवार) - भौम दूसरा प्रदोष व्रत


25 जनवरी 2024 (गुरुवार) - पौष पूर्णिमा


पौष माह की पूर्णिमा बहुत खास मानी जाती है. पूर्णिमा तिथि पर लक्ष्मी-नारायण की पूजा का विधान है. पूर्णिमा का व्रत जीवन में सौभाग्य लेकर आता है.


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