Panna Benefits: रत्न शास्त्र के अनुसार ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता बनाए रखने के लिए व्यक्ति को रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. रत्नों को धारण करने से ग्रहों की शुभ प्रभावों में वृद्धि होती है और जीवन में तरक्की दिलाने का कारक बनते हैं. लेकिन रत्न शास्त्र में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि राशि के अनुसार ही व्यक्ति को रत्न धारण करने चाहिए. इन्हीं रत्नों में एक रत्न है पन्ना (Panna Gem). पन्ना बुध ग्रह का प्रतिनिधि रत्न माना गया है. इसे इंग्लिश में एमराल्ड कहते हैं.  


पन्ना रत्न छात्रों के लिए काफी लाभकारी माना गया है. इसे पहनने से बुद्धि तेज होती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है. वहीं, बिजनेस मेन के लिए भी ये रत्न काफी लाभकारी माना गया है. आइए जानते हैं कि पन्ना रत्न कब, किसे और कैसे धारण करना चाहिए. 


पन्ना धारण करने के लाभ (Benefits Of Panna Stone)


पन्ना रत्न धारण करने के कई लाभ है. जहां व्यापार में लाभ प्राप्त होने लगता है. वहीं, बच्चों का पढ़ाई में भी मन लगने लगता है. जो छात्र जल्दी भूल जाते हैं, उनके लिए भी ये रत्न शुभ माना जाता है. रत्न शास्त्र के अनुसार नेत्र रोग से पीड़ित लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं. वहीं, जो लोग तोतला बोलते हैं या उच्चारण सही नहीं होता, उन्हें भी पन्ना धारण करने की सलाह दी जाती है. इसके साथ ही, मीडिया जगत से जुड़े लोग भी पन्ना धारण कर सकते हैं. 


ये राशि के लोग धारण कर सकते हैं पन्ना (Zodiac Signs Who can Wear Panna)


मान्यता है कि कोई भी रत्न बिना ज्योतिष की सलाह के धारण करना सही नहीं होता. इसलिए ज्योतिष से सलाह के बाद ही रत्न धारण करें. ज्योतिषियों का मानना है कि मिथुन और कन्या राशि के लोगों के लिए ये रत्न काफी फलदायी साबित होता है. क्योंकि इन राशियों पर बुध ग्रह का आधिपत्य होता है. 


इसके अलावा वृषभ, तुला, मकर और कुंभ राशि के लोगों को भी पन्ना रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. लेकिन मेष, कर्क और वृश्चिक वालों को पन्ना भूलकर भी धारण नहीं करना चाहिए.ज्योतिष के अनुसार अगर कुंडली में बुध नीच का स्थित है तो यह रत्न धारण नहीं करना चाहिए.


पन्ना धारण करने के नियम (Panna Wearing Rules)


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पन्ना रत्न चांदी या सोने में जड़वाकर हाथ की सबसे छोटी उंगली में बुधवार के दिन ही धारण करना चाहिए. 


- पन्ना रत्न सूर्योदय से लगभग 10 बजे तक ही धारण किया जा सकता है. रत्न शास्त्र के अनुसार सोने में धारण करना शुभ माना जाता है. 


- पन्ना कम से कम सवा 7 कैरेट में ही धारण करना चाहिए. 


- पहनने से पहने पन्ना रत्न एक रात के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री, और दूध के घोल में डुबोकर रख दें. 


- फिर बुधवार के दिन इसे निकाल कर धूप दीप दिखाएं और ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप कर धारण कर लें. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.