New Year 2023: हर नया साल एक नई उम्मीद और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है. सभी चाहते हैं कि आने वाला साल 2023 भी उनके जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आए. इसी कामना को पूरा करने के लिए कई लोग साल के पहले दिन मंदिरों में मथा टेकने जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार किसी भी शुभ काम की शुरुआत ईश्वर की भक्ति से की जाए तो उसके उत्तम परिणाम मिलते हैं. जीवन में धन, तरक्की के साथ खुशहाली आती है. नया साल का आरंभ भी जिंदगी में एक नया अध्याय शुरू करने जैसा है. ऐसे में नए साल 2023 में आप भी भारत के इन खास मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं. कहते हैं यहां आने वालों की मुरादें कभी खाली नहीं जाती.


सिद्धि विनायक मंदिर, मुंबई


मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. आमतौर पर भी यहां भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन साल के पहले दिन यहां श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगती है. मान्यता है कि बप्पा के दर पर आने वाले कभी खाली हाथ नहीं जाते. सिद्धिविनायक भगवान गणेश जी का सबसे लोकप्रिय स्वरूप माना जाता है. सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन मात्र से ही गणपति भक्त के बड़े से बड़े संकट पलक झपकते दूर हो जाते हैं.


महाकाल मंदिर, उज्जैन


मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर को महाकाल नगरी के नाम से जाना जाता है. महाकाल राजाधिराज माने गए हैं. ये द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक है, जो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कहलाए गए हैं. नए साल की अगवानी करने देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए यहां आते हैं. प्रतिदिन यहां होने वाली भस्म आरती आकर्षण का क्रेंद है. मान्यता है कि महाकाल बाबा के दर्शन से खुशहाली और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.


बांके बिहारी मंदिर, मथुरा


श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में ठाकुर श्री बांकेबिहारी का मंदिर है. नए साल खुशियों से भरा रहे, दुख-तकलीफों का नाश हो इसकी कामना के साथ यहां भक्त कान्हा के रूप श्री बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए  बड़ी संख्या में भक्तगण यहां इक्ट्‌ठा होते हैं. कहते हैं बांके बिहारी की पावन भूमि पर आने वाला हर व्यक्ति पाप मुक्त हो जाता है. वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का रहस्य से भरा है. मान्यता है कि बांके बिहारी जी की मूर्ति में इतना आकर्षण है कि लोग उन्हें देखते ही उनकी ओर खींचे चले जाते हैं. भक्त श्रीकृष्ण की भक्ति में वशीभूत होकर अपनी सुध खो बैठता है. साथ ही कान्हा को नजरदोष से बचाने के लिए भी यहां मंदिर में उनकी मूर्ति के आगे एक पर्दा लगा है जो हर दो मिनट में हिलता है ताकि कोई भी बांके बिहारी को एक टक न देख सके.


सालासर बालाजी हनुमान मंदिर, राजस्थान


हजारों लोगों की आस्था, श्रद्धा और विश्वास का धार्मिक स्थल सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान के चूरू जिले के सालासर गांव में है . यहां हनुमान जी की दाड़ी और मूंछ वाली प्रतिमा है. बालाजी मंदिर में आने वाले भक्तों की हर परेशानी दूर हो जाती है. संकटमोचन हनुमान अपने सच्चे भक्तों सारे संकट हर लेते हैं.


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