Narak Chaturdashi 2023 Date: त्योहारों का सीजन शुरु हो चुका है. दीवाली के आते ही दीवाली के पर्व शुरु हो जाते हैं. दीवाली के पर्व पूरे पांच दिन तक चलते हैं. जिसकी शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है. धनतेस इस साल 10 नंवबर के दिन पड़ेगी, लेकिन 2 दिन तिथि लगने की वजह से लोग इसे 11 नवंबर की दोपहर तक भी मना सकते हैं. धनतेरस के अगले दिन आती है छोटी दिवाली, जिसे हम नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) के नाम से भी जानते हैं. नरक चतुदर्शी के दिन की तिथि 11 नवंबर को दोपहर से लग जाएगी जो 12 नवंबर यानि दिवाली के दिन तक चलेगी.

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नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) का पर्व कार्तिक मास (Kartik Maas 2023) की कृष्ण पक्ष की  चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है. इस पर्व को दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है. लेकिन साल 2023 में ये पर्व दो दिन मनाया जाएगा यानि 11 नवंबर और 12 नवंबर दोनों दिन. इस दिन यमराज की पूजा करने का विधान है. मान्यता के अनुसार इस दिन श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था.

इस पर्व को नरक चतुर्दशी, नरक चौदस, रुप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन संध्या काल में दीपक जलाया जाता है. छोटी दिवाली को सौंदर्य और आयु का दिन माना जाता है. इस दिन एक छोटा सा उपाय करने से मां लक्ष्मी जी की कृपा आप पर पूरे साल बनी रहती है. मां लक्ष्मी का वास आपके घर में होता है.

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नरक चतुर्दशी उपाय (Narak Chaturdashi 2023 Upay)नरक चतुर्दशी के दिन सुबह उठ कर अपने पूरे शरीर पर तेल की मालिश करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसा माना जाता है तेल में लक्ष्मी जी का वास होता है और जल में गंगा मां का वास.

इसीलिए इस दिन तेल से मालिश और उसके बाद स्नान करने से मां लक्ष्मी और गंगा मां का आशीर्वाद दोनों मिलता है. नरक चतुर्दशी के दिन ये छोटा सा उपाय आपको फायदा दिला सकता है. इस दिन ये अचूक उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा आसानी से पा सकते हैं. शास्त्रों में लक्ष्मी जी को सुख-समृद्धि की देवी बताया गया है.

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