Lakshmi Worship: शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और संतोषी माता की पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है.कहा जाता है कि इस दिन की पूजा से घर में धन, सुख और समृद्धि बढ़ती है. सुबह स्नान के बाद साफ-सुथरे या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें और देवी की प्रतिमा स्थापित करें. फिर संकल्प लें.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लाल चुनरी, चूड़ियां, सिंदूर, फूल, धूप और घी का दीप अर्पित करें. भोग में गुड़-चना, खीर या सफेद मिठाई चढ़ाएं. ऐसे में पूजा के दौरान "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः" मंत्र का जाप और श्री लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें.
इन बातों का रखें ध्यान
मान्यता है कि मां लक्ष्मी को स्वच्छता बहुत प्रिय है. इसलिए पूजा से पहले घर और पूजा स्थल की अच्छी तरह सफाई करें. शाम को मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है. पूजा में कमल का फूल, नारियल और सफेद मिठाई चढ़ाने से विशेष कृपा मिलती है.
शुक्रवार को दान का भी बड़ा महत्व है. खासतौर पर जरूरतमंदों को धन, भोजन, सफेद वस्त्र, दूध, चावल या सफेद मिठाई दान करने से धन संबंधी बाधाएं दूर होती हैं. यह दिन मन को शांत रखने और सकारात्मक माहौल बनाने के लिए उत्तम माना गया है.
भूलकर भी न करें ये 5 काम:
शुक्रवार को लक्ष्मी पूजा करते वक्त ये 5 काम भारी गलती बन जाते हैं. ऐसे में शुक्रवार की पूजा तब ही फलदायी होती है जब साधक इन गलतियों से बचे.
- इस दिन क्रोध न करें और किसी का अपमान न करें.
- घर में कचरा या टूटी-फूटी वस्तुएं न रखें. इससे नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
- झगड़ा, तनाव और कटु वचन बोलने से भी पूजा का फल कम हो जाता है.
- प्याज, लहसुन, मांसाहार और खट्टी चीजों से परहेज करें.
- शुद्ध घी का दीपक जलाना नहीं भूलें. उसे दक्षिण दिशा की ओर रखें.
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